नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज (SGX) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. जो निवेशकों को गुजरात की गिफ्ट सिटी में NSE के प्रोडक्ट्स के आधार पर सभी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट का व्यापार करने में सक्षम बनाता है. यह सौदा प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने की धमकी के 3 साल बाद आता है, इस डर से कि इस तरह के व्यापार से ग्लोबल इनवेस्टर्स भारतीय बाजारों से विदेशी बाजारों में कूद जाएंगे.
अन्य डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट से जल्द कारोबार होगा
NSE और SGX के बीच नई व्यवस्था दुनिया भर के निवेशकों को भारतीय शेयरों और इंडेक्स के आधार पर भारत के अधिकार क्षेत्र में आने वाले प्लेटफॉर्म पर निवेशकों को व्यापार करने की अनुमति देगी. यह जापान में निवेशकों के लिए सुबह से और अमेरिका में निवेशकों के लिए देर रात तक काम करेगा.
NSE की विज्ञप्ति के अनुसार, SGX India Connect IFSC ने भी GIFT शहर में अपना ऑफिस खोला और ऐलान किया कि वह दिन में GIFT डेटा कनेक्ट लॉन्च करेगा. इस कनेक्टिविटी के जरिए, ग्लोबल निवेशकों को निफ्टी के ट्रेडिंग डेटा तक रीयल-टाइम पहुंच प्राप्त होगी.
फिलहाल सिंगापुर एक्सचेंज पर केवल निफ्टी फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स का कारोबार होता है, जिनमें से SGX निफ्टी सबसे पसंदीदा है. बाद में, एक बार जब SGX और NSE के बीच का लिंक स्टेबल हो जाता है, तो SGX निफ्टी जैसे पसंदीदा डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्स और NSE के दूसरे सूचकांकों पर आधारित प्रोडक्ट को नए प्लेटफॉर्म पर कारोबार किया जा सकता है, जो ज्वाइंट वेंचर कंपनी SGX इंडिया कनेक्ट IFSC द्वारा चलाया जाएगा.
साथ ही NSE के बैंक निफ्टी इंडेक्स पर आधारित कॉन्ट्रैक्ट का भी SGX पर कारोबार किया जाना है.
पब्लिकेशन के मुताबिक, नए ऑफिस के खुलने और डेटा कनेक्शन से ग्लोबल निवेशक अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों को बेहतर बनाने के लिए लाइव एनएसई डेटा का उपयोग करने में सक्षम होंगे.