1 लाख से ज्यादा छोटे निवेशकों ने इन शेयरों में लगाया पैसा, यहां है पूरी डिटेल

आंकड़ों से पता चलता है कि पिछली तिमाही के दौरान एक लाख से अधिक छोटे निवेशकों ने कम से कम 18 कंपनियों में निवेश किया है.

no point in buying on high valuations: Rahul Sharma

ऐसे समय में जब बाजार पर नजर रखने वाले निवेशकों को उच्च स्तर पर मुनाफावसूली करने की सलाह दे रहे हैं, खुदरा निवेशक सभी सेक्टरों के चुनिंदा शेयरों में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. आंकड़ों से पता चलता है कि पिछली तिमाही के दौरान एक लाख से अधिक छोटे निवेशकों ने कम से कम 18 कंपनियों में निवेश किया है. 4.31 लाख निवेशकों के साथ, FMCG दिग्गज ITC छोटे निवेशकों की सबसे बड़ी पसंद के रूप में उभरी है.

चालू वित्त वर्ष (2021-22) की शुरुआत से कंपनी के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट आई है. इसके बाद टाटा पावर (4.03 लाख), रिलायंस पावर (2.74 लाख), अमारा राजा बैटरी (1.73 लाख) और IDFC फर्स्ट बैंक (1.62 लाख) का स्थान रहा.

इस साल 1 अप्रैल से IDFC फर्स्ट बैंक और अमारा राजा बैटरीज के शेयरों में क्रमश: 8% और 16% की गिरावट आई है. दूसरी ओर, इसी अवधि के दौरान टाटा पावर और रिलायंस पावर ने क्रमश: 18% और 195% की बढ़त हासिल की है.

ब्रोकरेज शेयरखान को टाटा पावर में 25% की तेजी आने की उम्मीद है. कंपनी ने कहा है, “टाटा पावर का बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग और बैलेंस शीट को कर्ज से मुक्त करने पर फोकस है. अर्निंग प्रोफाइल में निरंतर सुधार और निवेशकों के विश्वास में सुधार में इससे बड़ी मदद मिलेगी.”

अन्य पसंदीदा शेयर

अप्रैल-जून की अवधि के दौरान 1.56 लाख से अधिक अतिरिक्त खुदरा निवेशकों ने जयप्रकाश पावर वेंचर्स में एंट्री की है. टेलीकॉम प्लेयर वोडाफोन आइडिया और IT फर्म हैप्पीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज ने 1.53 लाख और 1.35 लाख खुदरा निवेशकों की संख्या में वृद्धि देखी.

30 जून तक Vodafone Idea में 16.85 लाख छोटे निवेशक थे, जबकि Happiest Minds Technologies के पास ऐसे 3.38 लाख निवेशक थे.

इंडियन एनर्जी एक्सचेंज, मदरसन सुमी, एचएफसीएल, HCL टेक्नोलॉजीज, सुबेक्स, दीपक नाइट्राइट, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक, टाटा केमिकल्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज और आरती इंडस्ट्रीज अन्य खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिसमें 1.04-1.27 लाख नए निवेशकों ने गुजरी तिमाही में प्रवेश किया है.

सुबेक्स पर टिप्पणी करते हुए, ICICI डायरेक्ट ने पहले की एक रिपोर्ट में कहा था कि कंपनी ने ऐतिहासिक रूप से अधिग्रहण किया, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हुई और कर्जा बढ़ा. इन वर्षों में, कंपनी ने कर्ज को काफी कम करने और अपने परिचालन को स्थिर करने में कामयाबी हासिल की है.

ICICI डायरेक्ट ने एक रिपोर्ट में कहा है, “हमारा मानना है कि कंपनी आने वाले वर्षों में 18-20% CAGR से ग्रोथ करने की राह पर है.”

Published - July 22, 2021, 03:53 IST