भारत की सबसे बड़ी पैसेंजर कार मैन्युफैक्चरर मारुति सुजुकि (Maruti Suzuki) ने मार्च तिमाीह के नतीजे पेश किए हैं. इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछले साल की मार्च तिमाही के मुकाबले 9.7 फीसदी कम रहा है. जिनवरी से मार्च 2021 के बीच कंपनी को 1,166 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जबकि पिछले साल इस दौरान मारुति को 1,291 करोड़ का मुनाफा हुआ था. हालांकि इस दौर में भी कंपनी की आय 17,185.7 करोड़ रुपये से 33.6 फीसदी बढ़कर 22,958.6 करोड़ रुपये रही है.
कंसोलिडेटेड आधार पर मुनाफा 6.1 फीसदी घटा है.
वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में कंपनी ने 492,235 गाड़ियां बेची हैं जो पिछले साल की चौथी तिमाही के मुकाबले 27.8 फीसदी ज्यादा है. घरेलू बाजार में बिक्री 26.7 फीसदी बढ़कर 456,707 यूनिट रही तो वहीं एक्सपोर्ट में 44.4 फीसदी का उछाल आया है. मारुति ने चौथी तिमाही में 35,528 गाड़ियां एक्सपोर्ट की हैं.
बोर्ड ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 45 रुपये के अंतिम डिविडेंड का भी ऐलान किया है.
मारुति सुजुकी का EBITDA 28.8 फीसदी बढ़कर 1,991.4 करोड़ रुपये रहा है. बेहतर बिक्री की वजह से EBITDA में बढ़त आई है. वहीं कमोडिटी के दाम में उछाल के बावजूद कंपनी ने लागत घटाने की दिशा में कदम उठाए हैं. लेकिन EBITDA मार्जिन 20 बेसिस पॉइंट घटकर साल दर साल आधार पर मार्च तिमाही में 8.3 फीसदी रहा है. कंपनी ने BSE को दी सूचना में बताया है कि EBITDA मार्जिन पर कमोडिटी की कीमतें बढ़ने, विदेशी करेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव से नकारात्मक असर पड़ा तो वहीं लागत घटाने के लिए उठाए कदम, गाड़ियों की कीमतें बढ़ने और प्रोमोशन पर कम खर्च से साहारा भी मिला.
सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2020-21 में मारुति सुजुकि (Maruti Suzuki) ने कुल 14,57,861 गाड़ियां बेची हैं जो वित्त वर्ष 2019-20 से 6.7 फीसदी कम है और वित्त वर्ष 2018-19 की बिक्री के मुकाबले 21.7 फीसदी कम है.
वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी की घरेलू बिक्री पिछले साल की तुलना में 6.8 फीसदी घटकर 13,61,722 यूनिट रही जबकि एक्सपोर्ट्स 5.9 फीसदी घटकर 96,139 यूनिट रहे.
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 66,562.1 करोड़ रुपये की कुल बिक्री की है जो वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले 7.2 फीसदी कम है. वहीं मुनाफा 25.1 फीसदी घटकर 4,229.7 करोड़ रुपये रहा. गौरतलब है कि पिछले पूरे वित्त वर्ष कोरोना संकट के मद्देनजर आहत रहा.