ग्लोबल स्टॉक मार्केट्स में नेगेटिव ट्रेंड में नकारात्मक रुझान के बीच BSE सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट का शिकार हुआ था, हालांकि, बाजार इससे उबर गया और अंत में 64 अंक के मामूली नुकसान के साथ बंद हुआ.
30 शेयरों वाला BSE सेंसेक्स एक वक्त पर 750 अंक से अधिक लुढ़क गया था. लेकिन, बाद में इसमें सुधार आया और कारोबार के अंत में यह 63.84 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 48,718.52 अंक पर बंद हुआ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी में भी इसी तरह का उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया और अंत में यह 3.05 अंक यानी 0.02 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 14,634.15 अंक पर बंद हुआ.
टाइटन में सबसे ज्यादा गिरावट
सेंसेक्स के शेयरों में टाइटन को सबसे ज्यादा 4 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ. इसके अलावा, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, ओएनजीसी, आईटीसी और आईसीआईसीआई बैंक भी गिरावट के शिकार हुए.
दूसरी तरफ, भारती एयरटेल, एचयूएल, मारुति, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स और एनटीपीसी आदि शेयर लाभ में रहे.
बैंकिंग शेयरों पर जारी है दबाव
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार, ‘‘वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बावजूद शेयर बाजार दिन के न्यूनतम स्तर से खुद को संभालने में सफल रहा. बैंकों और एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) की कर्ज वसूली और संपत्ति गुणवत्ता को लेकर चिंता से वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव रहा. हालांकि, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा धातु कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला.’’
उन्होंने कहा कि एक तरफ देश में लगातार कोविड संक्रमण के ममले ऊंचा बने रहने से निवेशकों की धारणा पर असर पड़ रहा है. दूसरी तरफ, कंपनियो के बेहतर तिमाही परिणाम के साथ सकारात्मक प्रबंधन कमेंटरी से बाजार को समर्थन मिल रहा है.
कोविड के हालात से चिंता
गौरतलब है कि देश में कोविड के चलते हालात लगातार बेकाबू बने हुए हैं. इसके चलते देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन लागू करना पड़ा है. मार्केट पर भी इसकी चिंता हावी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार, देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34,13,642 पहुंच गई जो रविवार को 33,49,644 थी।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग और सोल में गिरावट रही. शंघाई और ताक्यो अवकाश के कारण बंद रहे. यूरोपीय बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा.
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.