इस हफ्ते शेयर बाजारों की नजर महंगाई के आंकड़ों, कोविड-19 वैक्सीनेशन की रफ्तार और अर्थव्यवस्था के खुलने जैसे फैक्टर्स पर होगी.
एनालिस्ट्स का कहना है कि निवेशक अमरीकी सेंट्रल बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग पर भी नजर रखेंगे. इनका कहना है कि यूएस फेड के राहत पैकेज पर रुख से बाजार की आगे की राह तय हो सकती है.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के मुताबिक, “इस हफ्ते मई के लिए महंगाई के आंकड़े घरेलू बाजार के लिए अहम होंगे. वैश्चिव मोर्चे पर फेड रिजर्व की मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग और इसमें मौजूदा राहत पैकेज को लेकर तय होने वाले रुख पर बाजार की नजर रहेगी.”
सैमको सिक्योरिटीज की इक्विटी रिसर्च की हेड निराली शाह के मुताबिक, US FOMC की मीटिंग से मार्केट्स में उतार-चढ़ाव रहेगा.
गुजरे हफ्ते 30 शेयरों वाला BSE सेंसेक्स 374.71 अंक या 0.71% उछला है. सेंसेक्स शुक्रवार को 52,641.53 अंक के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया है.
चॉइस ब्रोकिंग के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सुमित बागड़िया के मुताबिक, “इनवेस्टर्स कोविड-19 से संबंधित खबरों को भी गहराई से ट्रैक करेंगे.”
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी की सीनियर EVP और इक्विटी रिसर्च की हेड शिबानी सिरकार कुरियन के मुताबिक, “वैक्सीनेशन की रफ्तार और अर्थव्यवस्था को दोबारा खोले जाने जैसे फैक्टर्स मार्केट के लिए अहम होंगे. ग्लोबल लिक्विडिटी और सेंट्रल बैंकों के पॉलिसी रुख पर भी हमारी नजर रहेगी.”
ब्रेंट क्रूड, रुपये और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के रुझानों पर भी निवेशक अपनी नजर रखेंगे.
कोटक सिक्योरिटीज के एक्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, इक्विटी टेक्निकल रिसर्च, श्रीकांत चौहान कहते हैं, “मार्केट्स आने वाले हफ्तों में मॉनसून की चाल को भी मॉनिटर कर सकता है. इसके अलावा, कोविड के रोजाना आने वाले नए मामलों और लॉकडाउन की पाबंदियों में राहत जैसे फैक्टर्स भी मार्केट के उतार-चढ़ाव को दिशा देंगे.”