रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 44वें AGM में अपने नए ग्रीन एनर्जी बिजनेस के मेगा प्लान का रोडमैप पेश किया. कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि न्यू एनर्जी बिजनेस के लिए अगले 3 साल में 75,000 करोड़ रुपये का खर्च करेंगे.
ग्रीन एनर्जी और रिन्युअल एनर्जी की ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज के कदम बढ़ाने की जानकारी देते हुए अंबानी ने कहा कि कार्बन एमिशन में कमी लाने की जरूरत है. रोडमैप पेश करते हुए कहा कि अंबानी ने कहा कि ग्लोबल सोलर कैपेसिटी बढ़ाकर 2030 तक 5,000 गिगावॉट करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए भारत को भी कदम उठाने होंगे.
रिलायंस न्यू एनर्जी बिजनेस को ग्लोबल बिजनेस बनाने पर काम करेगी. 2021 में न्यू एनर्जी बिजनेस लॉन्च करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि इस बिजनेस के लिए उन्होंने दुनियाभर से टैलेंट को जोड़ना शुरू कर दिया है. न्यू एनर्जी काउंसिल की स्थापना की है जो इस कारोबार के लिए नीतियां और प्लान बनाएगी.
चेयरमैन ने धीरूबाई अंबानी के नाम पर जामनगर में 5,000 एकड़ जमीन पर रीन्युएबल एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का ऐलान किया गया है. इसके तहत फ्यूल सेल से लेकर एनर्जी स्टोरेज और सोलर प्लांट की फैक्टरी लगाई जाएगी. 60,00 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. 15,000 करोड़ रुपये का खर्च अलग से पार्टनरशिप और एनर्जी सॉल्यूशंस पर होगा.
इसके लिए कई फंड्स की भी मदद ली जाएगी. अंबानी ने कहा कि ये सभी प्रोडक्ट्स मेड इन इंडिया होंगे.
गौरतलब है कि इस कदम से कंपनी की ESG रैंकिंग में सुधार होगा. ESG के तरफ हाल के समय में ग्लोबल निवेशकों का भी रुझान बढ़ा है. ESG यानी पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस से जुड़ी जिम्मेदारियां निभाना.