HDFC बैंक के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 6.50 रुपए प्रति शेयर डिविडेंट देने का ऐलान किया है. निदेशक मंडल के मुताबिक, निवेशकों को समाप्त वर्ष के लिए शुद्ध लाभ में से ये लाभांश दिया जाएगा. एचडीएफ़सी बैंक ने बताया कि आगामी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में इस निर्णय पर अंतिम मुहर लगेगी, इसका लाभ शेयरधारकों को मिलेगा. बैठक 17 जुलाई को बुलाई गई है. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य ऑडियो विजुअल माध्यमों से आयोजित की जाएगी. सब कुछ सही रहने पर डिजिटल रूप में लाभांश का भुगतान 2 अगस्त, 2021 तक मिलेगी.
इन फैसलों पर बनी सहमति
डिविडेंट की घोषणा के अलाावा बोर्ड ने एमएम निसिम एंड कंपनी एलएलपी, चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म को वित्त वर्ष 2023-24 तक तीन साल के लिए संयुक्त वैधानिक लेखा परीक्षक के रूप में कार्य करने वाली अपनी पहली पसंदीदा फर्म के रूप में नियुक्त करने की मांग की. अभी इस बार आरबीआई से मंजूरी मिलना बाकी है. अभी MSKA & Associates इसका वैधानिक लेखा परीक्षक है. मालूम हो कि आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, पिछले वर्ष के अंत में 15,000 करोड़ रुपए और उससे अधिक की संपत्ति वाले बैंकों को कम से कम दो संयुक्त वैधानिक लेखा परीक्षकों की नियुक्ति करने को जरूरी बताया था.
इस तरह मिलता है डिविडेंट
किसी भी कंपनी या संस्थान को जब वित्तीय रूप से फायदा होता है तो वह उसमें से कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स के साथ बांटती है. ऐसे में जिन निवेशकों ने कंपनी के शेयर खरीदे हुए होते हैं उन्हें लाभांश का कुछ प्रतिशत मिलता है, इसे ही डिविडेंट कहते हैं. शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देना कंपनी के लिए अनिवार्य नहीं होता है. अगर कोई कंपनी डिविडेंड दे रही है तो गारंटी नहीं है कि आगे भी वो भी देगी. डिविडेंड देना है या नहीं कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स पर निर्भर करता है.