सोमवार को शुरुआती कारोबार में अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर 21 फीसदी तक की गिरावट का शिकार हुए हैं. अंग्रेजी दैनिक अखबार इकनॉमिक टाइम्स (ET) ने खबर दी थी कि नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी ने अलबुला इनवेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और APMS इनवेस्टमेंट फंड के अकाउंट्स फ्रीज कर कर दिए हैं. इसके बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों में ये तेज गिरावट सोमवार को दिखाई दी है.
इन तीनों फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) के पास अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस के 43,500 करोड़ रुपये के शेयर हैं.
इस खबर के आने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर शुरुआती कारोबार में 20.86% गिरकर 1,267 रुपये पर आ गए हैं. दूसरी ओर, बेंचमार्क BSE सेंसेक्स सोमवार सुबह करीब 9.35 बजे 466 अंक या 0.89% गिरकर 52,008 अंक पर चला गया था. अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 5% गिरकर 1,165 रुपये पर आ गए थे, जबकि अडानी पोर्ट्स के शेयर 13.88% गिरकर 722.40 रुपये पर आ गए थे.
इसी तरह से शुरुआती कारोबार के दौरान अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस के शेयर 5-5% गिरकर क्रमशः 1,517.25 रुपये और 1,544.55 रुपये पर चले गए थे.
ये तीनों फंड सेबी के पास फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) के तौर पर रजिस्टर्ड हैं और ये मॉरिशस में स्थित हैं. ET की रिपोर्ट में कहा गया है कि इन अकाउंट्स को 31 मई या उससे पहले फ्रीज कर दिया गया है.
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर गुजरे एक साल में 956% चढ़े हैं. अडानी टोटल गैस के शेयर इसी दौरान 1,114% चढ़ चुके हैं. साथ ही अडानी ट्रांसमिशन के शेयर 701%, अडानी पावर के शेयर 292% और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 269% चढ़ चुके हैं.
इन शेयरों में तेजी के चलते अडानी ग्रुप का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 11 जून 2021 को उछलकर 9.50 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. एक साल पहले जून में अडानी ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइशन करीब 1.9 लाख करोड़ रुपये था.
77 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी देश के दूसरे सबसे रईस शख्स बन गए हैं. इस मामले में 84.3 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ RIL के चेयरमैन मुकेश अंबानी पहले नंबर पर काबिज हैं.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।