निवेशकों को पिछले एक साल में इस (Linde India) कंपनी ने 245% का रिटर्न दिया है. इस कंपनी का नाम Linde India है. ये इंडस्ट्रियल गैस बनाने वाली देश की अग्रणी कंपनी है. अब इसे ITC, TCS जैसी कंपनियों से ठेका मिला है. इससे आने वाले समय में इस (Linde India) कंपनी के निवेशकों को और अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है. इसकी वजह है कि मौजूदा समय में देश में Oxygen की सबसे ज्यादा डिमांड है. बड़ी-बड़ी कंपनियां इंडस्ट्रियल ऑक्सिजन को मेडिकल ऑक्सिजन में बदल कर अस्पताल और राज्य सरकारों की मदद कर रही हैं.
जिस तरह कॉर्पोरेट आगे आ रहे हैं उससे उम्मीद है आने वाले दिनों में इसे कई और कॉन्ट्रैक्ट मिलेंगे. ऐसे में सोमवार को जब शेयर बाजार खुलेगा तो इस कंपनी (Linde India) के शेयर में उछाल की संभावना है. इस कंपनी का फाइनेंशियल भी काफी मजबूत है. कोरोना संकट के बीच पिछले तीन महीने में इस कंपनी ने 102 फीसदी और एक साल में 245 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में कंपनी का शेयर 1866 रुपए के स्तर पर बंद हुआ. 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 2074 रुपए है. न्यूनतम स्तर 485 रुपए है. कंपनी का मार्केट कैप 15911 करोड़ रुपए है.
ITC Group ने शनिवार को कहा कि उसने Linde India लिमिटेड के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत मेडिकल ऑक्सिजन के परिवहन के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनर का आयात किया जाएगा. कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘आईटीसी लिमिटेड ने लिंडे इंडिया लिमिटेड के साथ एशियाई देशों से 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों को हवाई जहाज से मंगाने के लिए समझौता किया है, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 20 टन है और इनका इस्तेमाल देश भर में मेडिकल ऑक्सिजन पहुंचाने के लिए किया जाएगा.’’इसके अलावा कंपनी वितरण के लिए बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स भी मंगवा रही है.
24 क्रायोजेनिक कंटेनरों को लेकर टाटा ग्रुप ने भी लिंडे इंडिया के साथ करार किया है. इसमें हर कंटेनर की क्षमता 20 टन लिक्विड रखने की है. इन कंटेनर्स का इस्तेमाल सुदूर इलाके में ऑक्सिजन स्टोरेज के रूप में भी किया जा सकता है. बता दें कि रिलायंस, टाटा स्टील, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम जैसी कंपनियां अभी अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सिजन की आपूर्ति कर रही हैं.