SJS एंटरप्राइजेज के IPO में निवेश करने से पहले जानें ये 9 अहम बातें

IPO Alert: SJS एंटरप्राइजेज अपना IPO पेश कर के 800 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. ऑफर 1 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा

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निवेशक न्यूनतम 27 इक्विटी शेयरों में बोली लगा सकते हैं. एक रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट या 351 शेयरों के लिए 1,93,050 रुपये में आवेदन कर सकता है

निवेशक न्यूनतम 27 इक्विटी शेयरों में बोली लगा सकते हैं. एक रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट या 351 शेयरों के लिए 1,93,050 रुपये में आवेदन कर सकता है

देश में सजावटी सामानों की बिक्री करने वाली बड़ी कंपनी SJS एंटरप्राइजेज अपना IPO पेश कर के 800 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. अगर आप इसमें निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो पहले इससे जुड़ी 9 अहम बातें जान लें.

IPO खुलने और बंद होने की तारीख

ऑफर 1 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इसके लिए बिडिंग 3 नवंबर को खत्म हो जाएगी. एंकर बुक के लिए ऑफर एक दिन पहले 31 अक्टूबर को खुल जाएगा.

प्राइस बैंड

कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड 531-542 रुपये प्रति शेयर तय किया है. फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर होगी.

लॉट साइज

निवेशक न्यूनतम 27 इक्विटी शेयर और आगे उसके मल्टिपल में बोली लगा सकते हैं. प्राइस बैंड के हाई एंड के हिसाब से उन्हें कम से कम 14,634 रुपये के साथ बिड लगाना होगा. रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट या 1,90,242 रुपये के 351 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं.

इशू साइज

IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए पेश किया जा रहा है. इसमें 710 करोड़ रुपये एवरग्राफ होल्डिंग्स और 90 करोड़ रुपये KA जोसफ की ओर से जारी किए जाएंगे.

इशू का लक्ष्य

IPO से जुटाए गए फंड में से कुछ भी कंपनी की किताबों में दर्ज नहीं होगा.

रिटेल निवेशकों के लिए क्या है खास

ऑफर का अधिकतम 50 प्रतिशत हिस्सा संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है. करीब 35 प्रतिशत रिटेल और बाकी 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए रखा जाएगा.

कंपनी के बारे में

SJS देश की बड़ी डेकोरेटिव एस्थेटिक कंपनी है. इसका ‘डिजाइन-टू-डिलीवरी’ सॉल्यूशन ऑटोमोटिव और कंज्यूमर अप्लायंस इंडस्ट्री को कई तरह के ऑफर देता है. कंपनी की दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं, जो बेंगलुरू और पुणे में हैं.

वित्त वर्ष 2021 में इसका मुनाफा बढ़त के साथ 41.28 करोड़ रुपये पहुंच गया था, जो वित्त वर्ष 2019 में 37.60 करोड़ रुपये था. कुल आय 240.76 करोड़ रुपये से घटकर 221.27 करोड़ रुपये पर आ गई थी. चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में इसने 9.49 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था. रेवेन्यू 75.29 करोड़ रुपये था.

लीड मैनेजर और रजिस्ट्रार

इशू की लीड बुक मैनेजर एक्सिस कैपिट, एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज और IIFL सिक्योरिटीज होंगी. लिंक इनटाइम इसकी रजिस्ट्रार होगी.

इशू की टाइमलाइन

इशू का अलॉटमेंट 10 नवंबर तक तय होगा. रिफंड की प्रक्रिया 11 नवंबर से शुरू होगी. इक्विटी शेयर 12 नवंबर से सब्सक्राइबर्स को क्रेडिट किए जाएंगे. कंपनी स्टॉक मार्केट में 15 नवंबर को कदम रख सकती है.

Published - October 30, 2021, 12:34 IST