जेट एयरवेज (Jet Airways) के शेयरों (shares) ने सोमवार को अपनी रोजाना की पांच प्रतिशत की उधिकतम लिमिट (upper circuit) तक उछाल देखने को मिली. स्टॉक्स ने इसी के साथ 83.5 का इंट्राडे हाई छू लिया. एयरलाइन ने अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से सेवाएं फिर से शुरू करने की घोषणा की है, जिसके बाद शेयर अपर सर्किट में पहुंचे हैं.
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के कारोबारी मुरारी लाल जालान के समर्थन वाले निवेशकों के दल ने वित्त वर्ष 2022 की जून तिमाही से जेट एयरवेज की घरेलू सेवाएं फिर से शुरू होने की घोषणा की है. वहीं, 2022 की दूसरी छमाही में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की योजना बनाई गई है.
इसी घोषणा के बाद दोपहर में एयरलाइन के शेयर अपर सर्किट में पहुंचे गए. ये 4.97 प्रतिशत या 3.95 रुपये की बढ़त के साथ 83.5 के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे.
2016 में 21.2 प्रतिशत के पैसेंजर मार्केट शेयर के साथ देश की सबसे बड़ी एयरलाइन रही जेट एयरवेज की सेवाएं अप्रैल 2019 से ठप पड़ी हैं. फंड की कमी के चलते ऐसा हुआ था. अब वह निवेशकों के समर्थन से वापसी की तैयारी में है. यह दिल्ली से मुंबई जाने वाली फ्लाइट से करीब तीन साल बाद सेवाओं को फिर से शुरू करेगी.
लंदन की कालरॉक कैपिटल के जालान से हाथ मिलाने के बाद बने जालान कालरॉक कॉन्सोर्शियम ने जेट एयरवेज का रेजॉल्यूशन प्लान नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में जमा किया था. एयरलाइन ने जून में बताया था कि प्लान को अदालत से मंजूरी मिल गई है.
कारोबार ठप पड़ने से पहले जेट एयरवेज 120 विमानों की फ्लीट के साथ ऑपरेट कर रही थी. यह देश के कई शहरों सहित दुबई, लंदन, सिंगापुर जैसे देशों तक हवाई यात्रा की सेवाएं दे रही थी. कंपनी ने ऑपरेशन चालू करने की घोषणा के साथ बताया है कि उसने 150 फुल टाइम एंप्लॉयीज की भर्तियां कर ली हैं. आगे चलकर हजार कर्मचारियों की और हायरिंग होंगी.
योजना के तहत, अगले तीन साल में 50 से अधिक और पांच साल में 100 से ज्यादा एयरक्राफ्ट फ्लीट में शामिल किए जाएंगे.
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