पिछले हफ्ते TCS के निराशाजनक नतीजों के बाद IT दिग्गज इंफोसिस, विप्रो और माइंडट्री ने शानदार प्रदर्शन किया. कुछ दिनों की गिरावट के बाद, IT शेयर मार्केट को रिकॉर्ड ऊंचाई पर ले जा रहे हैं, लेकिन निवेशकों को अपना फोकस कहां करना चाहिए? IT अर्निंग पर टॉप एनालिस्ट और ब्रोकरेज हाउस क्या सलाह दे रहे हैं. भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी INFOSYS ने स्ट्रीट एस्टीमेट को पीछे छोड़ते हुए Q2 के लिए 5,421 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया. नेट प्रॉफिट क्रमिक रूप से 4.4% बढ़ा. इंफोसिस ने FY22 के लिए अपने कॉन्स्टेंट करेंसी गाइडेंस को 14-16% से बढ़ाकर 16.5-17.5% कर दिया. पिछली तिमाही के 6,603 करोड़ रुपये के मुकाबले अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट एंड टैक्स (EBIT) 6,972 करोड़ रुपये था और Q1FY22 में इसका EBIT मार्जिन 23.6 प्रतिशत बनाम 23.7 प्रतिशत आया था.
हालांकि कंपनी का एट्रिशन 20.1% पर था और पिछले तीन महीनों में 13.9% बढ़ गया था. ये हाई एट्रिशन सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की भारी मांग के कारण है.
इंफोसिस ने हालांकि घोषणा की है कि वो इस साल अपने कॉलेज ग्रेजुएट्स हायरिंग प्रोग्राम का तेजी से विस्तार कर रही है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का मानना है कि कंपनी ने कमाई के अनुमानों पर मजबूत और चौतरफा बढ़िया प्रदर्शन किया और गाइडेंस रिवीजन एक्सपेक्टेशन से ऊपर था.
MOFSL ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “हमारा रिलेटिव प्रिफरेंस TCS से ज्यादा इंफोसिस के लिए है क्योंकि इसमें काफी ग्रोथ पोटेंशियल है.”
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट सुयोग कुलकर्णी मौजूदा सिनेरियो में TCS के मुकाबले इंफोसिस को तरजीह देते हैं क्योंकि उनका मानना है कि उसकी रेवेन्यू ग्रोथ परफॉर्मेंस बेहतर होगी.
“इंफोसिस वर्तमान में TCS की तुलना में हायर सिंगल डिजिट डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है, ऐसा लगता है कि इस साल इंफोसिस का रेवेन्यू परफॉर्मेंस TCS से ज्यादा होगा. इसलिए हम TCS के मुकाबले इंफोसिस को प्रिफर कर रहे हैं.
CLSA ने इंफोसिस पर 2060 रुपये के प्राइस टारगेट के साथ खरीदने की रेटिंग दी है. CLSA ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “इंफोसिस के Q2 रिजल्ट डिमांड की स्ट्रैंथ और कंपनी के बढ़ते सप्लाई साइड प्रेशर को मैनेज करने की क्षमता पर आश्वस्त करते हैं.”
IT मेजर विप्रो ने बुधवार को कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 2,930 करोड़ रुपये की 17% की छलांग लगाई और दूसरी तिमाही में इसका कंसोलिडेटेड रेवेन्यू लगभग 30% बढ़कर 19,667 करोड़ रुपये हो गया. 8% के रेवेन्यू ग्रोथ के चलते विप्रो के शेयर ने नई ऊंचाई को छुआ.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने एक रिजल्ट अपडेट में कहा, “हम सप्लाई की कमी और मौसम को देखते हुए गाइडेंस को पॉजिटिव रूप में देखते हैं, लेकिन मार्जिन पर सतर्क हैं.” .
UBS| रेटिंग: न्यूट्रल | टारगेट : 660 रुपये
Macquarie | रेटिंग: आउटपरफॉर्म | टारगेट : 780 रुपये
जेपी मॉर्गन | रेटिंग: न्यूट्रल | टारगेट: 670 रुपये
कंपनी ने Q2 के लिए 399 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया जो कि 343.4 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट से 16.2% की क्रमिक वृद्धि को दर्शाता है.
माइंडट्री के शेयरों ने निवेशकों को पिछले एक साल में 171% का रिटर्न दिया है. पिछले छह महीनों में ही माइंडट्री के शेयरों की कीमत करीब 110% बढ़ी है.
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “कंपनी ने वेतन संशोधन के बावजूद मजबूत मार्जिन दर्ज किया.” पॉजिटिव आउटलुक के चलते इसकी टारगेट प्राइस 4460 रुपये है, लेकिन इसके हाई वैल्युएशन से सावधान हैं.
एडलवाइस सिक्योरिटीज के संदीप अग्रवाल ने कहा “हम IT अपसाइकल में केवल 10-20% पर हैं, बढ़िया रैली आगे देखने को मिलेगी. माइंडट्री यहां से 5 गुना या 10 गुना बढ़ सकता है.”
दूसरी ओर गोल्डमैन सैक्स ने FY22-FY26 के दरम्यान माइंडट्री के लिए अपने EPS एस्टीमेट को 3% तक बढ़ा दिया है. हालांकि, उसके बढ़े हुए वैल्यूएशन की वजह से इस पर अपनी ‘सेल’ रेटिंग बनाए रखी है.
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