निवेशकों को पोर्टफोलियो में फेरबदल करने की जरूरत: शेषाद्रि सेन

Stock Ideas: अल्केमी कैपिटल मैनेजमेंट के रिसर्च हेड शेषाद्रि सेन का कहना है कि कम जोखिम में बने रहने वाले निवेशक करेक्शन का फायदा उठा सकते हैं

  • Team Money9
  • Updated Date - September 16, 2021, 03:08 IST
investors need to revamp portfolio in all time high market, seshadri sen

मिडकैप ने इस रन-अप में बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन इनमें ज्यादा रिस्क भी होता है. बाजार में अगर कोई करेक्शन होता है तो पोर्टफोलियो को ज्यादा नुकसान होगा

मिडकैप ने इस रन-अप में बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन इनमें ज्यादा रिस्क भी होता है. बाजार में अगर कोई करेक्शन होता है तो पोर्टफोलियो को ज्यादा नुकसान होगा

घरेलू शेयर बाजार (stock market) के दोनों सूचकांक BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी रिकॉर्ड हाई बनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं. अल्केमी कैपिटल मैनेजमेंट (Alchemy Capital Management) के रिसर्च हेड शेषाद्रि सेन के मुताबिक, जिन निवेशकों ने मिड कैप स्टॉक्स को पोर्टफोलियो में बनाए रखा है, उन्हें अब फेर-बदल करने की जरूरत है.

Money9 को उन्होंने बताया कि इक्विटी में कम जोखिम में बने रहने वाले निवेशक किसी भी प्रकार के करेक्शन का फायदा उठा सकते हैं. पढ़िए खास बातचीत के संपादित अंश:

इस समय लार्जकैप, मिडकैप या स्मॉलकैप, तीनो में से कौन सा विकल्प निवेशकों के लिए बेहतर होगा?

इस समय लार्ज और मिडकैप के बीच उचित संतुलन बनाए रखें. मिडकैप ने इस रन-अप में बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन इनमें ज्यादा रिस्क भी होता है. बाजार में अगर कोई करेक्शन होता है तो पोर्टफोलियो को ज्यादा नुकसान होगा. इसलिए निवेशकों को इस समय मिड कैप के रिस्क को समझकर लार्च कैप के साथ संतुलित पोर्टफोलियो बना लेना चाहिए.

भारतीय इक्विटी बाजार में करेक्शन के मामले में निवेशकों को क्या करना चाहिए?

जो निवेशक इक्विटी में कम जोखिम में हैं, वे किसी भी प्रकार के करेक्शन का फायदा उठा सकते हैं. लाभ उठाकर वे लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकते है. इसके लिए उनके इक्विटी पोर्टफोलियो में जोखिम का उचित संतुलन होना चाहिए. लेकिन अगर पोर्टपोलियो हाई रिस्क पर है, तो रिस्क बीटा को कम करने का समय आ गया है. इस समय निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. निवेशक करेक्शन के पहले संकेत के साथ ही प्रॉफिट बुकिंग की शुरुआत कर सकते हैं.

ऑल टाइम हाई मार्केट में निवेशकों को कौन सी गलतियों से खासतौर पर बचना चाहिए?

इस समय बिना रिसर्च के किसी भी स्टॉक की खरीदारी करने से बचना चाहिए. स्टॉक्स के फंडामेंटल्स को बिलकुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए. साथ ही इस समय निवेशकों को बैलेंस शीट, कैश फ्लो और रिटर्न रेशियो पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

दिसंबर के अंत तक आप सेंसेक्स और निफ्टी को कहां देखते हैं?

हमारा अनुमान है कि मिड-टर्म तक बाजार में इस प्रकार की गति बनी रहने वाली है. कोई भी करेक्शन छोटे समय के लिए होगा और इस करेक्शन से बाजार को और लाभ मिलेगा.

अब कौन से सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं?

साइक्लिकल, एक्सपोर्टर्स और ओपनिंग ट्रेड में तेजी बरकरार रहने की उम्मीद है. हम देखते हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार द्वारा काफी खर्चा किया जा रहा है. इसके अलावा, वर्ल्ड इकॉनमी एक सिंक्रोनस साइक्लिकल रिवाइवल के लिए तैयार है. ये ट्रेडिशनल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर्स और एक्सपोर्टर्स के लिए मजबूत टेलविंड हैं. इस कैटेगरी में कई कंपनियों ने पिछले दशक का उपयोग एफिशिएंसी को बढ़ाने और बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए किया है.

दूसरी ओर हम ओपन-अप ट्रेडों को पसंद करते हैं. इकॉनमी के लॉकडाउन से बाहर आने के साथ कई क्षेत्रों में मजबूत मांग का संकेत मिल रहा है. ट्रैवल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और अपैरल तीन सेगमेंट हैं, जहां शुरुआती सकारात्मक संकेत मिलते दिख रहे हैं. बेशक आपूर्ति पक्ष की बाधाएं चुनौती बनी हुई हैं. लेकिन इन क्षेत्रों में मजबूत कंपनियों को अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए.

Published - September 16, 2021, 03:08 IST