फ़िलहाल सभी की निगाहें बैंकिंग सेक्टर के प्रदर्शन पर टिकी रहेंगी. क्योंकि बैंकिंग सेक्टर में बेहतर प्रदर्शन ब्रॉडर मार्किट में आशावाद को फिर से जीवित कर सकता है, जबकि वहीं एक विफलता 18000 से नीचे के ब्रेकडाउन को ट्रिगर कर सकती है.
कुछ दिनों से बाजार के बेहतर प्रदर्शन करने के कारण निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है. वहीं पिछले दो दिनों की इक्विटी रैली में निवेशकों को 5.17 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ है. BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन मंगलवार को सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया. जो एक अच्छा संकेत बताया जा रहा है. लगातार दूसरे सेशन की बढ़त के साथ 30 शेयरों वाला BSE सेंसेक्स मंगलवार को 445.56 अंक या 0.75 फीसदी की बढ़त के साथ 59,744.88 पर बंद हुआ. BSE बेंचमार्क में सोमवार को 533.74 अंक या 0.91 फीसदी तक उछला आया था.
BSE-लिस्टेड कंपनियों का कारोबार पहुंचा उच्च स्तर पर
दो दिवसीय रैली के बाद, BSE-लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 5,17,836.87 करोड़ रुपये से उछलकर मंगलवार को कारोबार के अंत में 2,64,78,332.22 करोड़ रुपये पहुंच गया. यह अब तक का सबसे उच्च स्तर है.
व्यापक स्तर पर खरीदारी के कारण हुई बढ़त
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि भारतीय शेयर नकारात्मक भाव के साथ खुले थे, लेकिन सितंबर तिमाही की आय से पहले बाजार में व्यापक स्तर पर खरीदारी देखी गई थी. इसका एक बड़ा फायदा यह रहा कि दूसरी छमाही में बढ़त देखी गई.
इंडसइंड बैंक के लाभ में आया 4.60% का उछाल
इंडसइंड बैंक, 30-शेयर कंपनियों के पैक में सबसे बड़ा लाभ कमाने वाली कंपनी बनकर उभरी, जिसमें 4.60 प्रतिशत का उछाल आया है. इसके बाद भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक और टाइटन का स्थान रहा.
ये कंपनियां पिछड़ गईं
इसके विपरीत, सन फार्मा, पावर ग्रिड, ITC और अल्ट्राटेक सीमेंट पिछड़ गए. वहीं ब्रॉड मार्केट की बात करें तो BSE के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.54 फीसदी तक चढ़ गए.