रिजर्व बैंक द्वारा त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) ढांचे से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक को हटाने का निर्णय लेने के बाद अधिकांश सरकारी बैंकों के शेयरों में भारी तेजी देखने को मिल रही है. इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) गुरुवार दोपहर 12.93% उछलकर 23.15 रुपये पर ट्रेड करता दिखाई दिया. बीएसई पर पिछले दो हफ्तों में 18.97 लाख शेयरों के औसत दैनिक वॉल्यूम की तुलना में गुरुवार दोपहर तक काउंटर पर 129.14 लाख शेयरों का कारोबार हो चुका था. इस समय तक यह शेयर 24.6 रुपये के उच्च और 22.5 रुपये के निचले स्तर पर पहुंचा.
सेंट्रल बैंक ने नोट किया कि IOB अब 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए अपने प्रकाशित परिणामों के आधार पर PCA ट्रिगर्स का उल्लंघन नहीं कर रहा है. सरकार समर्थित इस ऋणदाता ने आरबीआई को एक लिखित प्रतिबद्धता प्रदान की है कि वह न्यूनतम नियामक पूंजी, शुद्ध एनपीए और लीवरेज रेश्यो के मानदंडों का निरंतर पालन करेगा.
आरबीआई ने एक बयान में कहा, ‘उपरोक्त सभी बातों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि इंडियन ओवरसीज बैंक को कुछ शर्तों और निरंतर निगरानी के अधीन पीसीए प्रतिबंधों से बाहर कर दिया गया है.
1937 में स्थापित IOB भारत का 10वां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है. भारत सरकार 95.8% स्वामित्व के साथ बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक है. Q1 FY22 के अनुसार, IOB की भारत के भीतर 3,217 शाखाओं का नेटवर्क था. साथ ही बैंक के सिंगापुर, हांगकांग, कोलंबो और बैंकॉक में चार विदेशी कार्यालय और 3,163 एटीएम व कैश रिसाइकलर थे.
Q1 FY22 में बैंक का शुद्ध लाभ Q1 FY21 के 120.69 करोड़ रुपये से बढ़कर 326.64 करोड़ रुपये हो गया. समीक्षाधीन अवधि के दौरान कुल आय 1.5% YoY गिरकर 5,155.03 करोड़ रुपये हो गई.