सुस्त लिस्टिंग के बावजूद Glenmark Life Sciences को पोर्टफोलिओ में बनाए रखें, एक्सपर्ट्स की है यह राय

वर्तमान में, गुजरात में अंकलेश्वर व दाहेज और महाराष्ट्र के मोहोल व कुरकुंभ में कंपनी की 4 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं.

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घर बैठे मेडिकल सर्विस उपलब्ध कराने के लिए HBS एक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है.

घर बैठे मेडिकल सर्विस उपलब्ध कराने के लिए HBS एक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है.

Glenmark Life Sciences Listing: ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज के शेयर ने शुक्रवार को BSE पर 4.32% के प्रीमियम के साथ 751.10 रुपये पर एक म्यूट लिस्टिंग की. हालांकि, यह शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ. कंपनी का शेयर बीएसई पर 0.39 फीसद या 2.90 रुपये की गिरावट के साथ 748.20 पर बंद हुआ. इसके बावजूद आईपीओ में पैसा लगाने वालों को कुल 3.92 फीसद का मुनाफा हुआ है. इंट्राडे आधार पर, स्टॉक ने 799.95 रुपये का हाई बनाया.

क्या होनी चाहिए आगे की रणनीति
जुलाई 2021 के महीने में ब्लॉकबस्टर लिस्टिंग के बाद ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज द्वारा की गई सुस्त लिस्टिंग से निवेशक थोड़ा निराश हैं. एक्सपर्ट की मानें तो स्लो स्टार्ट उन निवेशको के लिए सुनहरा मौका भी है, जिन्हें अलॉटमेंट नहीं मिल सका था. इसके अलावा जिन निवेशकों को अलॉटमेंट मिला है, वे और शेयर खरीदने की सोच सकते हैं और लंबी अवधि के नजरिए से इसे रख सकते हैं. 750 रुपये के लिस्टिंग प्राइस पर ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज, 26.01 की PE(प्राइस टु एअर्निंग्स) पर लिस्ट हुआ है. जबकि इसी के साथ की कंपनियां डिविस लैब और लॉरस लैब क्रमशः 65.8 और 34.2 के PE पर कारोबार कर रहीं हैं.

मारवाड़ी शेयर्स एंड फाइनेंस के सौरभ जोशी के मुताबिक एपीआई उद्योग में उपलब्ध बड़े अवसर बरक़रार हैं. लिस्टिंग के बाद शेयर की कीमतों में मामूली तेजी के बाद भी वैल्यूएशन अभी भी निवेशकों के फेवर में है. वैल्यूएशन के काफी ऊपर जाने की संभावना है.

इसी तरह, ऐंजल ब्रोकिंग के यश गुप्ता का मानना ​​है कि शॉर्ट टर्म इनवेस्टर्स प्रॉफिट बुक कर सकते हैं. जबकि लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स इनवेस्टेड रह सकते हैं. और जिन्हें अलॉटमेंट नहीं मिला है, वे मौजूदा लेवल पर खरीदारी कर सकते हैं क्योंकि कंपनी मध्यम से लॉन्ग टर्म में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.

कंपनी का प्रोफाइल
ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स की सब्सिडियरी ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज एक्टिव फार्मा इनग्रेडिएंट्स (API) बनाती है. कंपनी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVS), सेंट्रल नर्वस सिस्टम डिजीज (CNS), पेन मैनेजमेंट और डायबिटीज, गैस्ट्रोइंटेस्टिनल डिसऑर्डर्स और अन्य चिकित्सीय क्षेत्रों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले एपीआई (API) का विकास, निर्माण और सप्लाइ करती है.कंपनी इंडिया में API बेचती है और यूरोप, नॉर्थ अमेरिका, लैटिन अमेरिका, जापान और दुनिया के बाकी हिस्सों में API निर्यात करती हैं.

वर्तमान में, गुजरात में अंकलेश्वर और दाहेज, वहीं महाराष्ट्र राज्य के मोहोल और कुरकुंभ में इसकी 4 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं, जिनकी कुल इन्सटाल्ड कैपेसिटी 31 दिसंबर, 2020 तक 725.8 KL थी.

कंपनी ने 31 मार्च, 2021 को खत्‍म हुए फाइनेंशियल ईयर में, साल 2019 में 886.87 करोड़ रुपये की तुलना में कुल 1,885.97 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया. जबकि कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 में 351.58 करोड़ रुपये का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया. जबकि वित्त वर्ष 2019 में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 195.59 करोड़ रुपये था.

(डिस्क्लेमर: स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. मनी 9 और उसके प्रबंधन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

Published - August 7, 2021, 04:22 IST