एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life) और एक्साइड लाइफ (Exide Life) के शेयरों में शुक्रवार, 3 सितंबर को उस समय तेजी देखने को मिली जब एचडीएफसी लाइफ ने घोषणा की कि वह 6,687 करोड़ रुपये में एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस में 100% हिस्सेदारी हासिल करेगी. इसके बाद से ही इसकी चर्चा हो रही थी. अब इस सौदे के बाद एचडीएफसी लाइफ को अपने मालिकाना कारोबार को और आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. इस सौदे के बाद एक्साइड इंडस्ट्रीज की एचडीएफसी लाइफ में एक साल के लॉक-इन के साथ 4.1% हिस्सेदारी होगी.
एचडीएफसी लाइफ ने कहा कि इस अधिग्रहण से उसके एजेंसी कारोबार में तेजी आएगी. बता दें कि एक्साइड लाइफ दक्षिण भारत में काफी मजबूत स्थिति में है. इसका फायदा एचडीएफसी लाइफ उठाना चाहेगी. इससे कंपनी की कई क्षेत्रों में मौजदूगी बढ़ेगी. एक्साइड लाइफ टियर-1 और टियर-2 शहरों में मजबूत स्थिति में है.
30 जून 2021 तक इस अधिग्रहण से एचडीएफसी लाइफ एजेंसी (वित्त वर्ष 21 के आधार पर) की टॉपलाइन में लगभग 40% और जुड़ जाएगा. इसके अलावा इसे दक्षिण भारत तक भी पहुंच मिलेगी, जहां एक्साइड लाइफ की मजबूत उपस्थिति है. इसमें विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 स्थानों में.
फिलिप कैपिटल के अनुसार, यह डील एक्साइड लाइफ को मौजूदा ईवी (एंटरप्राइज वैल्यू) के 2.5 गुना वैल्यूएशन पर सूचीबद्ध कंपनियों (एचडीएफसी लाइफ को छोड़कर) को 30% छूट पर महत्व देती है. अन्य छोटी कंपनियों की तरह एक्साइड लाइफ भी खराब निरंतरता, कम मार्जिन और कम वृद्धि (3 वर्षों में 1% सीएजीआर) के कारण संघर्ष कर रही है.
प्रभुदास लीलाधर की राय है कि एक्साइड के अधिग्रहण में एचडीएफसी लाइफ के छोटे आकार को देखते हुए यह बाजार हिस्सेदारी खो रहा है और तत्काल मार्जिन और ओपेक्स तालमेल निचले हिस्से पर है, जिस पर 2.5 गुना मल्टीपल की तुलना में काम करना होगा.
(Disclaimer: इस कहानी में सिफारिशें संबंधित शोध और ब्रोकरेज फर्म द्वारा हैं. मनी 9 और उसके प्रबंधन उनकी निवेश सलाह के लिए कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेते हैं. कृपया निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें.)
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