Eicher Motors Shares on Bull Run: रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल कि निर्माता आयशर मोटर्स के शेयर ने तेज रफ्तार पकड़ी है और 52 सप्ताह के उच्च स्तर से ऊपर जाने की ओर आगे बढ़ रहे हैं. सामान्य बरसात, स्कैपेज पॉलिसी और अनलॉक गतिविधिओं जैसे कारण ने इस काउंटर को तेजी का ईंधन दिया हैं. 2 नवंबर, 2020 को स्टॉक ने 2,016 रुपये के 52-हफ्ते के बॉटम लेवल को छुआ था और उस लेवल से शेयर 45 फीसदी बढ़ चुका है. मंगलवार को इंट्रा-डे में आयशर के शेयर 1.80 फीसदी की बढ़त के साथ 2,926.55 रुपये के हाई लेवल पर पहुंच गए थे और 11.30 बजे 1.66 फीसदी बढ़त के साथ 2,926.35 रुपये के लेवल पर ट्रेड हो रहे हैं.
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, आयशर के स्टॉक ने पिछले सप्ताह 2,950 रुपये पर ब्रेकआउट दिया है और यह हो सकता है कि तत्काल अल्पावधि में अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर को पार करने के लिए आगे बढ़ें. आयशर मोटर्स ने 22 जनवरी, 2021 को 3,035.50 रुपये का 52-सप्ताह का हाई लेवल बनाया था. NISM-रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट भार्गव शाह बताते हैं, “इस काउंटर में लगभग 3 महीने तक कोई मूवमेंट नहीं दिखी, लेकिन सितंबर 2021 में ये ऑटो स्टॉक लगभग 17 प्रतिशत बढ़ गया और अब 52-सप्ताह के हाई लेवल को क्रॉस करने की ओर आगे बढ़ रहा है.”
शाह के मुताबिक, कंपनी ने पिछले नतीजों में अच्छी ग्रोथ हासिल की है. कंपनी का कर्ज काफी कम है और मुख्य कारोबार से कैश जनरेट करने की क्षमता मजबूत हैं. कंपनी का कैश-फ्लो लगातार बढ़ रहा हैं और प्रमोटर प्लेज जीरो है. कंपनी में FII/FPI के साथ ही पिछले तिमाही में म्यूचुअल फंड्स ने शेयरहोल्डिंग बढ़ाई है. पिछले नतीजों के दौरान कंपनी ने ऑपरेटिंग प्रॉफिट और ऑपरेटिंग मार्जिन में सालाना वृद्धि की है. इसका मोमैंटम मजबूत है और कीमत शॉर्ट, मीडियम और लॉन्ग-टर्म मूविंग एवरेज से ऊपर है.
बाजार के विशेषज्ञ आयशर मोटर्स के शेयर की कीमत में रैली का समर्थन कर रहे हैं. विशेषज्ञों ने निवेशकों को इस ऑटो स्टॉक को 2,900 रुपये से ऊपर के स्तर पर खरीदने की सलाह दी है क्योंकि स्क्रैपेज नीति की घोषणा के बाद स्टॉक अत्यधिक तेजी दिखा रहा है. स्टॉक ने पिछले हफ्ते 2950 पर ब्रेकआउट दिया है और यह जल्द ही 3,050 रुपये तक जा सकता है, जो इसके 52-सप्ताह के उच्च स्तर 3036 रुपये को पार कर सकता है. कोई भी आयशर मोटर्स के शेयरों को 2,900 रुपये के बीच में खरीद सकता है. 2,950 के स्तर पर स्टॉप लॉस 2,875 प्रति स्टॉक स्तर पर बना हुआ है.
आयशर मोटर्स वाणिज्यिक वाहन और मोटरसाइकिल बनाती है. चूंकि, स्क्रैपेज नीति की घोषणा के बाद वाणिज्यिक वाहनों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, इसलिए दीर्घावधि में इस नीति के प्रमुख लाभार्थियों में से एक यह ऑटो कंपनी हो सकती है.
इसके अलावा, देश में अनलॉक गतिविधियां भी तेजी से हो रही हैं. इस अनलॉक से ऑटो सेक्टर में दोपहिया बाजार को लाभ मिलने की उम्मीद है. इसलिए, कोई भी निवेशक मीडियम से लॉन्ग-टर्म, दोनों माध्यमों के लिए आयशर मोटर्स के शेयर खरीद सकता है.
फंडामेंटल की बात करें तो भले ही ऑटो क्षेत्र निकट अवधि कि मुश्किलों (चिप की कमी, कमोडिटी मुद्रास्फीति, ईंधन की उच्च कीमत) से प्रभावित हो, फिर भी मजबूत मांग से पुनरुद्धार की उम्मीद है. सबसे पहला प्रभाव वाणिज्यिक वाहनो पर पडे़गा, फिर दोपहिया, निजी वाहन और अंत में ट्रैक्टर मार्केट पर प्रभाव पडे़गा.