Non-Convertible Debenture: रिटेल इंवेस्टर्स से पैसे जुटाने के लिए कंपनियां कई तरह हे वित्तीय साधनों का इस्तेमाल करती हैं, जिसमें से एक है डिबेंचर. कुछ डिबेंचर कन्वर्टिबल होते है, वहीं कुछ डिबेंचर नॉन-कन्वर्टिबल, जिसे NCD कहा जाता है. IPO की तरह ऐसे इश्यू में भी निवेश किया जा सकता है. यदि आप NCD खरीदते है, तो इसका मतलब है कि आप कंपनी को पैसे उधार देते है, जिसके बदले में कंपनी आपको ब्याज देती है और अवधि समाप्त होने पर मूलधन वापस करती है. 2020 में 21 NCDs के जरिए कंपनियों ने पैसे जुटाए थे, वहीं 2021 में अब तक 20 से भी अधिक कंपनियों के NCDs लॉन्च हो चुके है.
कई कंपनियो को हाल ही में उनके बोर्ड से नोन-कन्वर्चिबल डिबेंचर (NCD) इश्यू करने की अनुमति भी मिली है. ये कंपनीया जितनी अच्छी हालत में होगी उतना ही उनके डिबेंचर का रेटिंग अच्छा होगा और उच्च रेटिंग वाले डिबेंचर में आपको कम ब्याज ऑफर किया जाएगा, वहीं खराब रेटिंग वाले डिबेंचर के लिए ज्यादा ब्याज की ऑफर की जाएगी. हाल ही में आए IIFL के NCD में 10.03% यील्ड की ऑफर दी गई थी.
अगले हफ्ते खुलेगा Edelweiss का NCD
Edelweiss Financial Services का 400 करोड़ रुपये का NCD 17 अगस्त से 6 सितंबर तक खुला रहेगा. इसकी मेच्योरिटी 36 महीने से 120 महीने तक यानी 3 साल से 10 साल तक की है. इस एनसीडी के तहत अलग अलग निवेश के विकल्पों में 9.9% तक ब्याज मिल रहा है, जो FD की तुलना में 4% से भी ज्यादा है. इस NCD को ICRA से A+ (निगेटिव) और Acuite रेटिंग्स की ओर से AA की रेटिंग मिली है. यानी क्रेडिट रिस्क कम है, लेकिन पूरी तरह से सुरक्षित भी नहीं है.
कितना करना होगा निवेश
1 NCD का इश्यू प्राइस 1000 रुपये है. निवेशकों को कम से कम 10 NCD के लिए पैसे लगाने होंगे. यानि कम से कम 10,000 रुपये. इसके बाद 1 के मल्टीपल में पैसे लगा सकते हैं.
9.9% यील्ड का ऑफर
NCD में 36 महीने, 60 महीने और 120 महीने की मेच्योरिटी वाली 8 सीरीज हैं, जिनमें फिक्स्ड ब्याज दर हैं. इसमें आप सालाना, मासिक या फिर एक साथ ब्याज पाने का ऑप्शन चुन सकते हैं. NCD के लिए ब्याज दर 9.09% से 9.70% तक है. उन निवेशकों को 0.2% ज्यादा ब्याज मिलेगा, जिन्होंने कंपनी या ग्रुप कंपनियों द्वारा पहले से जारी किए गए एनसीडी या बॉन्ड में पैसे लगाए हैं या जिनके पास Edelweiss Financial Services के शेयर है. यानी इन निवेशकों को 9.90% ब्याज मिलेगा.
क्या कहते है एक्सपर्ट
Edelweiss Financial Services का NCD सिक्योर्ड है, यानि कंपनी दिवालिया निकालती है, तो उसकी एसेट बेचके इंवेस्टर्स को पैसे वापस किए जाएंगे. NCDs का लिस्टिंग BSE पर होगा, यानि इंवेस्टर्स सेकंडरी मार्केट में भी इसमें ट्रेडिंग कर सकेंगे. लेकिन याद रखें, NCDs को मैच्योरिटी से पहले रीडिम करना आसान नहीं है क्योंकि आपको बायर भी मिलना चाहिए. NCDs में इंटरेस्ट से होने वाली कमाई टैक्सेबल रहती है.
SEBI-रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एड्वाइजर केतन शाह बताते है, “आपको उच्च रेटिंग वाले प्रोडक्ट में ही निवेश करना चाहिए. अनसिक्योर्ड से बेहतर है सिक्योर्ड प्रोडक्ट चुनें. यदि आप 5 साल से कम अवधि के लिए निवेश करना चाहते है, तो ही ऐसे प्रोडक्ट को चुनें, क्योंकि लंबी अवधि के लिए इक्विटी से ज्यादा रिटर्न कहीं नहीं मिलेगा.” आपको कंपनी की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी, प्रमोटर या मालिक का ट्रेक रिकोर्ड, एसेट क्वॉलिटी, प्रोफिटेबिलिटी और क्रेडिट रेटिंग जैसी चीजें ध्यान में लेनी चाहिए.
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