वर्ष 2021 के शुरुआती 6 महीने में 40,000 करोड़ रुपये के 12 से ज्यादा IPO आ चुके हैं. इन्वेस्टमेंट बैंकर और शेयर मार्केट के धुरंधर बताते हैं कि 50 से ज्यादा कंपनियां IPO लाने की योजना बना रही हैं. ज्यादातर IPO की लिस्टिंग मुनाफे पर हो रही है, ऐसे हालात में IPO में शेयर न मिलने से निवेशक निराश हैं और वह सबसे ज्यादा एक ही सवाल पूछते हैं, क्या IPO सिलेक्ट हो जाए ऐसी कोई ट्रिक है? यहां हम आपको IPO से जुड़े ऐसे ही कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं.
क्या IPO आवेदन जीतने की कोई तरकीब है?
IPO में लॉटरी आधारित अलॉटमेंट होता है इसलिए आपका आवेदन स्वीकार किया जाए ऐसी कोई तरकीब नहीं है. आप परिवार के अधिकतम सदस्यों के डीमैट अकाउंट से आवेदन करते हैं तो शायद आपका कोई एक आवेदन सिलेक्ट होने की संभावना बढ़ जाती है. यदि आप HNI कैटेगरी में हैं तो ज्यादा फंड या शेयर के लिए आवेदन करने पर आपको शेयर मिलने के चांस बढ़ जाते हैं.
रिटेल इंडिविड्युअल इंवेस्टर (RII) यानि रिटेल केटेगरी में कौन आता है?
भारतीय नागरिक, NRI और HUF- इन कैटेगरी में आप 2 लाख रुपये तक आवेदन कर सकते हैं. इस कैेटेगरी के लिए IPO का 35% हिस्सा आरक्षित रखा जाता है और कट-ऑफ प्राइस पर बिड होती है. अलॉटमेंट के दिन तक बिड वापस ली जा सकती है.
नॉन-इंस्टिट्यूशनल इंवेस्टर (NII) केटेगरी में कौन आता है?
RII कैटेगरी के तहत आने वाला निवेशक 2 लाख रुपये से अधिक निवेश करना चाहे तो उसे NII कैटेगरी में गिना जाता है, इस कैटेगरी में भारतीय नागरिक, NRI, HUF, कॉर्पोरेट संगठन, कंपनियां, ट्रस्ट, विज्ञान संस्थान और सोसायटीज आते हैं. यहां आप 2 लाख रुपये से अधिक अमाउंट का आवेदन कर सकते हैं. इस कैटेगरी के लिए IPO का 15% हिस्सा आरक्षित रखा जाता है.
क्या रिटेल इंवेस्टर 2 लाख से ज्यादा निवेश कर सकते है?
नहीं. रिटेल इंवेस्टर के लिए IPO में निवेश की सीमा 2 लाख रूपए तय की गई है. लेकिन आप किसी IPO को लेकर ज्यादा बुलिश है और इस सीमा से अधिक पैसा लगाना चाहते है, तो NII केटेगरी के जरिए निवेश कर सकते है, लेकिन एक साथ रिटेल और HNI केटेगरी के जरिए निवेश नहीं कर सकते.
क्या रिटेल इंवेस्टर एक ही नाम से मल्टिपल आवेदन कर सकता है?
निवेशक एक ही नाम से केवल सिंगल डिमेट अकाउंट में मल्टिपल लोट के लिए आवेदन कर सकता है. यदि मल्टिपल अकाउंट से आवेदन करते है तो सारे आवेदन (2 लाख रूपए तक) रद्द कर दिए जाते है.
IPO में लॉट साइज क्या है और मिनिमम ऑर्डर साइज क्या है?
कंपनी और उसके लीड मेनेजर IPO का लॉट साइज और प्राइस तय करते हैं. आमतौर पर 1 लॉट 15,000 रुपये के नजदीक का होता है. यानी IPO के लिए एक आवेदन करने के लिए आपके पास कम से कम 15,000 रुपये होने जरूरी हैं. लॉट यानी शेयरों की संख्या.
IPO आवेदन करने के बाद कब और कैसे फॉर्म वापस ले सकते है?
आपको उस ब्रोकर के खाते में लॉग-इन करना होगा जहां से आपने आवेदन किया था और ऑर्डर बुक पर जाना होगा. इसके बाद, आपको आवेदन वापस लेना होगा. आवेदन के लिए जो पैसा ब्लॉक किया गया था, वह एक दो दिनों के भीतर जारी कर दिया जाएगा. आप केवल बिड की अवधि के दौरान ही फॉर्म वापस ले सकते हैं. यदि ऑनलाइन निकासी का विकल्प नहीं है तो आपको अपने ब्रोकर/बैंक से संपर्क करना होगा.
IPO आवेदन के लिए पैन नंबर जरूरी है?
IPO आवेदन के लिए PAN होना आवश्यक है. आवेदन करते वक्त आपको पैन नंबर अच्छी तरह से चेक कर लेना चाहिए वर्ना आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है.
क्या नाबालिग भी IPO के लिए आवेदन कर सकते हैं?
हां, माइनर भी IPO के लिए आवेदन कर सकते हैं, बशर्त उनका पैन कार्ड और डीमैट अकाउंट होना चाहिए.