कैस्ट्रोल इंडिया का मुनाफा जून तिमाही में 114.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 140 करोड़ रुपये पहुंचने के बाद कंपनी के शेयरों की कीमत 1.99 प्रतिशत की बढ़त के साथ 141 रुपये हो गई. वहीं, चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी की आय बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 81.32 फीसदी की बढ़त के साथ 889.6 करोड़ रुपये पहुंच गई.
पिछले जून में रहा कमजोर प्रदर्शन
कैस्ट्रोल इंडिया ने बीती कुछ तिमाहियों में रहे अच्छे वित्तीय प्रदर्शन को बरकरार रखा है. कमाई और मुनाफे को मोर्चों पर कंपनी ने अच्छी ग्रोथ दर्ज की है. सालभर पहले की जून तिमाही में लॉकडाउन के कारण इसके आंकड़े दमदार नहीं थे.
कैस्ट्रोल का टैक्स कटने से पहले का प्रॉफिट इस वित्त वर्ष की जून तिमाही में 114.91 प्रतिशत की उछाल के साथ 190.2 करोड़ रुपये रहा. वित्त वर्ष 2021 की इसी तिमाही में यह 88.5 करोड़ रुपये पर था. कंपनी ने तिमाही नतीजे 2 अगस्त को शेयर मार्केट में होने वाली ट्रेडिंग बंद होने के बाद घोषित किए थे.
विज्ञापन पर बढ़ाया खर्च
कोरोना की वजह से लॉकडाउन के चलते जून तिमाही में कंपनियों के सामने लॉकडाउन, उपभोक्ताओं की ओर से मांग में कमी और लागत में तेज बढ़त जैसी चुनौतियां थीं. इस दौरान कैस्ट्रोल इंडिया ने अपने ब्रांड्स में लगातार निवेश किया. मार्केटिंग और विज्ञापन पर खर्च बढ़ाकर उपभोक्ताओं के बीच कंपनी ने खुद को बनाए रखा.
ग्राहकों को तेज और अच्छी सुविधाएं देने के लिए कैस्ट्रोल इंडिया ने जियो-भारत पेट्रोलियम के जॉइंट वेंचर से हाथ मिलाया है. कैस्ट्रोल एक्सप्रेस ऑइल चेंज नाम की सुविधा के तहत ग्राहकों के वाहनों में तेज रफ्तार से तेल बदला जाता है. कंपनी ने बाइकर कम्युनिटी से जुड़े रहने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को भी भुनाया है. दो-पहिया वाहनों में डाले जाने वाले कैस्ट्रोल पावर 1 अल्टीमेट इंजन ऑयल को बढ़ावा देने के लिए उसने बॉलिवुड फिल्म तूफान के लॉन्च में पार्टनरशिप की थी.
कैस्ट्रोल इंडिया के बोर्ड ने 2 अगस्त को हुई बैठक में शेयरहोल्डरों के बीच प्रति शेयर ढाई रुपये का इंटरिम डिविडेंड बांटने का सुझाव दिया है. कंपनी ऑटोमोटिव और इंडस्ट्री से जुड़े लुब्रिकेंट ऑयल बनाने और बेचने का काम करती है. इसके उत्पादों में लुब्रिकेंट तेल, ग्रीस और ब्रेक ऑयल शामिल हैं.