Stock Trading: एक दोस्त का मैसेज आया कि इस सोशल मीडिया अकाउंट को रिपोर्ट किया जाए और इसके प्रति लोगों को सचेत किया जाए. मामला था ट्रेडिंग कर मोटा मुनाफा कमाने का. दरअसल, ये ट्रेडर लोगों को शेयर बाजार से एक दिन में 30 फीसदी तक का मुनाफा कमाकर देने का दावा कर रहा था. लोगों ने इसी दावे के भरोसे रकम दी और पहले एक दो ट्रेड में तो उन्हें कमाई दिखाई दी लेकिन जैसे ही उन्होंने बड़ी रकम ट्रांसफर की उन्हें असल फ्रॉड के बारे में पता चला.
आपके भी आस-पास ऐसे कई लोग होंगे जो अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को ट्रेडिंग के लिए पैसे देते हैं और वो व्यक्ति उन्हें रोज का या महीने का कुछ रिटर्न देने का वादा करता हो. ऐसे ही कई लोग आपको ऑनलाइन भी मिल जाएंगे. और लालच ऐसी बला है कि एक बार आप इसमें फंसे तो संभवतः इसका पार पाना मुश्किल हो जाएगा. तो सवाल यही उठता है कि क्या कोई आपके बदले ट्रेडिंग कर सकता है?
मार्केट रेगुलेटर SEBI के मुताबिक किसी भी ऐसे व्यक्ति को किसी दूसरे की ओर से ट्रेड करने की इजाजत नहीं है. ये काम सिर्फ रजिस्टर्ड ब्रोकर्स या इन्वेस्टमेंट प्रोफेशनल कर सकते हैं. एडवाइजर या ऐसे ट्रेड के लिए लाइसेंस होना जरूरी है. आप किसी और के ट्रेडिंग खाते से ट्रेडिंग नहीं कर सकते.
मार्केट एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर कहते हैं, “हो सकता है कि ऐसे लोग आपको शुरुआत में मुनाफा कमाकर दें लेकिन बाद में आपकी पूंजी पर ही आंच आ सकती है, मुनाफा तो दूर की बात. निवेशक ऐसे लोगों पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं. क्योंकि ये SEBI द्वारा रेगुलेट नहीं होते इसलिए निवेशकों खाली हाथ रह जाते हैं और उनके लिए शिकायत करना या अपने पैसे वापस हासिल करना मुश्किल हो जाता है.”
अविनाश कहते हैं कि शेयर बाजार में कैश में ट्रेडिंग की मंजूरी नहीं है. ऐसे में कई लोग जो कैश में ज्यादा आराम महसूस करते हैं वो औरों को अपनी तरफ से ट्रेडिंग के लिए पैसा देते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. मार्केट एडवाइजर्स और जारगरुकता बढ़ाने की ओर काम कर रहे संस्थान साफ-साफ अपील करते हैं कि निवेशकों को अपने खाते का ऐक्सेस किसी और को नहीं देना चाहिए. इससे वे अपने निजी फाइनेंस में किसी और को दखल देने की अनुमति दे रहे हैं जिससे घाटा हो सकता है.
निवेशकों को जल्द से जल्द मुनाफा देने का झांसा देने वाले लोगों से दूर रहना चाहिए. गोरक्षकर कहते हैं कि ट्रेडिंग और निवेश के फैसले खुद लेने चाहिए क्योंकि ये आपके बैंक खाते या लॉकर के एक्सेस देने जैसा है. अगर वे निवेश में नए हैं और खुद मैनेज करने में दिक्कत महसूस करते हैं तो लोगों को सिर्फ रजिस्टर्ड एडवाइजर्स की सलाह लेनी चाहिए.