IRCTC Share Split: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के बोर्ड ने शेयरों के 1:5 स्टॉक स्प्लिट / सब-डिवीजन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. बोर्ड ने 10 रुपये के अंकित मूल्य पर एक शेयर को 2 रुपये के अंकित मूल्य पर 5 इक्विटी शेयरों में डिवाइड करने का फैसला लिया है. अर्थात एक शेयर को पांच इक्विटी शेयरों में स्प्लिट किया जायेगा. इसके बाद IRCTC के शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये से घटकर 2 रुपये प्रति शेयर रह जाएगी. ऐसे में क्या आपको स्टॉक स्प्लिट के बाद IRCTC में निवेश करना चाहिए या अपनी होल्डिंग बनाए रखनी चाहिए. यहां हम आपके सारे डाउट क्लियर करने वाले हैं.
पहले समझिए क्या होता है स्टॉक स्प्लिट
स्टॉक स्प्लिट के तहत कंपनी अपने शेयरों को डिवाइड करती है. स्टॉक स्प्लिट शेयरों की संख्या बढ़ाता है और प्रत्येक शेयर की इंडिविजुअल वैल्यू को कम करता है. कंपनी ये फैसला तब लेती है, जब शेयर के रेट ज्यादा महंगे हो जाते हैं. हालांकि, ऐसा करने से कंपनी की वैल्यूएशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
स्टॉक स्प्लिट से किसको होता है फायदा
स्टॉक स्प्लिट का उद्देश्य छोटे निवेशकों के लिए शेयरों को अधिक अफोर्डेबल बनाना होता है. कई कंपनियों के बोर्ड स्टॉक की कीमत को बड़ी संख्या में लोगों, विशेष रूप से छोटे निवेशकों के लिए अधिक अफोर्डेबल बनाकर ज्यादा लिक्विडिटी बनाने के लिए स्टॉक को स्प्लिट करने का निर्णय लेते हैं.
IRCTC पर स्टॉक स्प्लिट का क्या होगा प्रभाव
IRCTC के मामलों में कंपनी जिस दिन से अपने शेयरों को डिवाइड करने का फैसला लागू करेगी उसी दिन से कंपनी का हर एक शेयर 5 शेयर में बदल जाएगा. यानी अगर किसी निवेशक के पास कंपनी के 100 शेयर होंगे तो वह 500 शेयर में बदल जायेंगे. इसी तरह, IRCTC के शेयर की कीमत मौजूदा 2,666 रुपये के शेयर के लेवल से घटकर लगभग 550 रुपये हो जाएगी. विभाजन के बाद शेयरों की संख्या 25 करोड़ से बढ़कर 125 करोड़ हो जाएगी. हालांकि, ऐसा करने से कंपनी की वैल्यूएशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन छोटे निवेशकों के लिए स्टॉक स्प्लिट के बाद IRCTC शेयर में निवेश करना आसान हो जाएगा. आईआरसीटीसी का कहना है कि भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद तीन महीने के भीतर स्टॉक स्प्लिट प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
अब निवेशकों को क्या करना चाहिए
पिछले कुछ महीनों में IRCTC के शेयर में अनलॉक और ट्रैवल पर रिवेंज स्पेंड की उम्मीद में काफी अच्छी तेजी आई है. करंट सिनेरियो की बात की जाए तो IRCTC का शेयर अक्टूबर साल 2019 में अपने IPO मूल्य 320 रुपये से 734% बढ़कर अब 2668 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
कंपनी के Q1 FY22 के रिजल्ट काफी शानदार रहे हैं. कंपनी ने जून तिमाही के लिए 82 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जबकि एक साल पहले की अवधि में 24 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. कंपनी की इस दौरान इनकम पिछले साल की इसी तिमाही के 131 करोड़ रुपये के मुकाबले अप्रैल-जून 2021 में बढ़कर 243 करोड़ रुपये हो गई है.
जानकारों का मानना है कि आईआरसीटीसी एक प्लेटफॉर्म कंपनी है, जिसकी पैसेंजर ट्रेन बुकिंग बिजनेस में मोनोपॉली है. जिसका कैश फ्लो बेहतर है. स्टॉक स्प्लिट से छोटे निवेशकों के लिए स्टॉक को खरीदना आसान हो जाएगा. हालांकि, इससे कंपनी को कोई फायदा नहीं होगा, लेकिन अनलॉक ट्रेड की संभावनाएं कंपनी के लिए अच्छी साबित हो सकती है.
आशीष चतुरमोहता के मुताबिक, एकाधिकार वाले बाजार में काम करते हुए, आईआरसीटीसी को कुछ खास सुविधाएं मिलती हैं, जो निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. यह मजबूत नकदी प्रवाह वाली बी2सी कंपनी है. इसलिए इस कंपनी में बाए ऑन डिप की रणनीति से काम करना चाहिए.