Share Market Tips: देश के तीसरे सबसे बड़े मनी मैनेजर एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने फार्मास्युटिकल फर्म अरबिंदो फार्मा (Aurobindo Pharma) में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है. एसेट मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा मिले लेटेस्ट अपडेट से ये पता चलता है कि 16 अगस्त को इसने अपनी हिस्सेदारी 2.03% घटा दी है. जो पहले 5.11% हुआ करती थी.
म्यूचुअल फंड के पास अब कंपनी में 3.08% या 1.80 करोड़ शेयर हैं. Aurobindo Pharma का शेयर बुधवार को बीएसई पर 1.30 फीसद या 9.50 रुपये की गिरावट के साथ 721.90 पर बंद हुआ था. बता दें बुधवार के सत्र में अरबिंदो फार्मा के शेयर ने अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 715.80 रुपये को छू लिया था.
आपको बता दें 4.38 लाख करोड़ रुपये के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) के साथ HDFC म्यूचुअल फंड देश का तीसरा सबसे बड़ा फंड हाउस है. 31 जुलाई तक एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट का AUM 5.57 लाख करोड़ रुपये था. जबकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी का AUM 4.55 लाख करोड़ रुपये था.
कैसे रहे कंपनी के नतीजे
कंपनी ने 12 अगस्त को मुख्य रूप से खर्चों में कमी के चलते 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 1.68% की गिरावट के साथ 769.97 करोड़ रुपये प्रॉफिट दर्ज किया. पिछले फाइनेंशियल ईयर की इसी अवधि में कंपनी को 783.16 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था. तिमाही के लिए कंपनी के ऑपरेशनल से कंसोलिडेटेड टोटल रेवेन्यु 5,701.98 करोड़ रुपये रहा है. एक साल पहले इसी अवधि में यह 5,924.78 करोड़ रुपये था.
जानिए क्या है ब्रोकरेज फर्म की राय
ब्रोकरेज फर्म शेयरखान ने 915 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ अरबिंदो फार्मा पर खरीदने की कॉल दी है. शेयरखान का कहना है कि अरबिंदो फार्मा कई हेडविंड देख रहा है, जो विशेष रूप से अपने अमेरिकी व्यापार के लिए एमेर्गेड है. जैसे हायर प्राइस erosionऔर चैनलों में इन्वेंट्री का निर्माण. इन प्रतिकूल परिस्थितियों से कम से कम निकट भविष्य में अमेरिकी रेवेन्यू पर दबाव पड़ने की उम्मीद है. वहीं, कंपनी की फाइनेंशियल ईयर 2022 में अमेरिका में 30 से अधिक नए प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने की योजना है. जो हायर प्राइस erosion के प्रभाव को आंशिक रूप से कम करने में हेल्पफुल हो सकते हैं. लेकिन हायर चैनल स्टॉक्स के लिक्विडेशन के आसपास स्पष्टता की कमी मौजूद है. यूरोप जैसे अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में मजबूत विकास की उम्मीद है.
Nirmal Bang Securities ने भी 981 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ अरबिंदो फार्मा पर ‘बाय’ करने की सलाह दी है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म का ये भी कहना है कि अरबिंदो फार्मा के शेयर में प्राइसिंग प्रेशर, यूएस जेनरिक में मूल्य निर्धारण दबाव और एक्वीजीशन ऑफ एनिमल हेल्थ एसेट्स के बारे में चिंताओं के कारण इस तिमाही में नतीजों के बाद स्टॉक के प्राइस में शार्प करेक्शन देखने को मिला है.
हम मानते हैं कि अरबिंदो में कंप्लायंस की स्थिति चिंता का विषय है, क्योंकि अमेरिकी बाजार पर उनकी बड़ी निर्भरता और कई साइटें जो वर्तमान में एक नियामक चुनौती का सामना कर रही हैं. मूल्य निर्धारण के दबाव के संबंध में हमें लगता है कि ये टेम्पररी स्थिति है और अरबिंदो के पास इन चुनौतियों से निपटने के लिए व्यवसाय मॉडल है.