सोना बुरे वक्त का साथी है. ज्यादातर लोग मुश्किल घड़ी के लिए ही इसे बचाकर रखते हैं. यही वजह है कि कोरोना महामारी के वक्त भी जब शेयर बाजार घिरे, इकोनॉमी टूटी तब सोना ही नए आयाम बना रहा था. अक्सर लोग पैसों की जरूरत के वक्त सोने को बेचकर पैसा उठाते हैं. लेकिन, यह समझदारी नहीं है. आज के वक्त में एक और अच्छा ऑप्शन आपके पास है. पैसों की जरूरत पूरा करने के लिए आप गोल्ड लोन (Gold Loan) ले सकते हैं. आसान शर्तों और कम ब्याज दर पर गोल्ड लोन मिल जाता है. बैंक 7% की ब्याज दर पर गोल्ड लोन ऑफर कर रहे हैं. लेकिन, गोल्ड लोन लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
गोल्ड की वैल्यू का 90 फीसदी तक लोन लिया जा सकता है. आसान भाषा में समझें तो 1 लाख रुपए तक के सोने पर ज्यादा से ज्यादा 90 हजार रुपए का लोन मिल सकता है. RBI ने हाल ही में इस लिमिट को बढ़ाकर 90 हजार रुपए किया है. पहले यह लिमिट 75 हजार रुपए थी. गोल्ड लोन में कम से कम 10 हजार रुपए का लोन ले सकते हैं. SBI 20 लाख रुपए तक का लोन देता है. हालांकि, मुथूट फाइनेंस जैसी कंपनियां 1500 रुपए का भी लोन देती हैं. मुथूट जैसी कंपनियां सिर्फ गोल्ड लोन ऑफर करती हैं, इसलिए इनकी कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है.
गोल्ड लोन 2-3 साल के लिए लिया जा सकता है. हालांकि, बैंक और NBFCs पर निर्भर करता है कि वो आपको कितने साल के लिए लोन दे सकते हैं. HDFC बैंक 3 महीने से लेकर 2 साल तक के लिए गोल्ड लोन ऑफर करता है. वहीं, SBI 3 साल तक की अवधि के लिए गोल्ड लोन देता है. मुथूट और मण्णपुरम गोल्ड लंबी अवधि के लिए भी गोल्ड लोन ऑफर करते हैं.
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आप चाहें बैंक से गोल्ड लोन लें या फिर किसी कंपनी से आपको लोन के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड के अलावा जहां से सोना खरीदा है, वहां का बिल देना होगा.
नहीं, गोल्ड लोन एक तरह का सिक्योर्ड लोन है. इसलिए इसमें क्रेडिट स्कोर का कोई रोल नहीं होता. कोई भी कंपनी या बैंक आपके क्रेडिट स्कोर की जानकारी नहीं लेता.
गोल्ड पर लिए गए लोन की रकम लौटाने के कई ऑप्शन हैं. बैंक और कंपनियां जरूरत के हिसाब से लोन की रकम चुकाने की छूट देती हैं. EMI, रीपेमेंट ऑफ इंट्रस्ट जैसे विकल्पों से लोन चुकाया जा सकता है. इसके अलावा एकमुश्त भुगतान भी किया जा सकता है. इसे बुलेट रीपेमेंट कहते हैं और इसमें बैंक मासिक आधार पर ब्याज लेते हैं.
अगर आप लोन नहीं चुकाते या डिफॉल्ट करते हैं तो कंपनी के पास आपके सोने को बेचकर अपनी रकम वसूली का अधिकार है. वहीं, अगर आपकी लोन अवधि अभी काफी बची है और सोने की कीमतें लगातार गिर रही हों तो कंपनी और सोना गिरवी रखने के लिए कह सकती है. इसलिए गोल्ड लोन ज्यादा लंबे समय के लिए नहीं लेना चाहिए.