सोने की कीमतों (Gold Price) में लगातार गिरावट का रुख है. लेकिन, ये गिरावट ज्यादा दिन तक नहीं टिकेगी. सोना फिलहाल 46743 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है. इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, इस हफ्ते में सोने में 1015 रुपए की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, पूरे महीने के लिहाज से देखें तो सोना की चमक बढ़ी है. अप्रैल महीने में सोना 2602 रुपए चढ़ा है. 31 मार्च 2021 को 10 ग्राम सोने का भाव 44190 रुपए था. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने (Gold rate outlook) में अभी बड़ा अपसाइड मूमेंट दिखाई देता है. कीमतें अपने पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ सकती है.
चांदी भी सोने की तरह दौड़ लगाने को तैयार है. अपने रिकॉर्ड हाई से चांदी (Silver Price) भी फिलहाल काफी नीचे है. 1 किलो चांदी का भाव 67,800 रुपए है. इस हफ्ते चांदी 1,352 रुपए सस्ती हुई है. वहीं, अप्रैल में चांदी भी 4,968 रुपए महंगी हुई है. 31 मार्च को चांदी 62,862 रुपए प्रति किलोग्राम पर थी. ऐसे में चांदी का आउटलुक भी अच्छा दिखाई देता है.
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक, देश में कोरोना के बढ़ते केस संकट बढ़ा रहे हैं. देश में अस्थिरता या अनिश्चितता का माहौल है. ऐसे में लोगों में भी पैसे को लेकर डर का माहौल है. एक बार फिर लॉकडाउन लगने का खतरा है. देश में महंगाई भी बढ़ने लगी है. इसका तेजी से असर सोने की कीमतों पर दिखाई देगा. तेजी से सोने का भाव (Gold rate outlook) ऊपर की तरफ भागेगा. आने वाले 5 से 6 महीने या 2021 की दिवाली तक सोना 60 हजार रुपए तक जाने का दम रखता है. ऐसा निवेशकों का सुरक्षित निवेश की तरफ अपना पैसा लगाने की वजह से होगा.
IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी) अनुज गुप्ता के मुताबिक, कोरोना से सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में अनिश्चितता का माहौल है. निवेशकों के लिए सोना (Gold price today) सबसे सेफ इन्वेस्टमेंट है. इसलिए आने वाले दिनों में सोने का दाम एक बार फिर तेजी से ऊपर की तरफ जाएगा. सोना फिर 55 हजार तक पहुंच सकता है.
पहला कारण- कोरोना से दुनियाभर में अनिश्चितता का माहौल से शेयर बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव दिखाई देगा. माना जाता है ऐसे वक्त में निवेशक शेयरों से पैसा निकालकर सोने में लगाते हैं. इससे सोने के दाम (Gold rate outlook) में बढ़ी तेजी आती है. साल 2020 में भी इसी तरह की तेजी देखने को मिली थी और सोने ने 56200 रुपए का रिकॉर्ड स्तर छुआ था.
दूसरा कारण- अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर काफी कमजोर हुआ है. रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर है. दोनों के कमजोर होने से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है.
तीसरा कारण- चीन का सेंट्रल बैंक सोने का रिजर्व बढ़ा रहा है. साथ ही बैंकों को इंपोर्ट करने की मंजूरी भी दी गई है. इससे आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा.
चौथा कारण- भले ही घरेलू बाजारों में सोने का दाम गिरा है. लेकिन, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव में तेजी है. सोने की कीमत 1,773 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के ऊपर निकल चुकी हैं. 1 अप्रैल को सोना 1,730 अमेरिकी डॉलर पर था.
पांचवां कारण- खुदरा और थोक महंगाई दर के आंकड़ों भी 8 साल के उच्चतम स्तर पर आ गए हैं, इससे भी सोना और चांदी की कीमतों (Gold-Silver Price update) में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. इसलिए जरूरी है कि सपोर्ट लेवल को ध्यान में रखकर निवेशक इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. वहीं, फिजिकल गोल्ड खरीदने वालों के लिए यह सही मौका है.
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