Credit History: अगर आप लोन लेने जा रहे हैं तो बैंक सबसे पहले आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) और क्रेडिट स्कोर देखते हैं. अगर आप क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं तब भी यही नियम लागू होता है.
खासतौर पर ऐसे वक्त पर जबकि हम सब एक अनिश्चितता भरे माहौल में जी रहे हैं, पैसों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है. ऐसे में अगर आप किसी संस्थान से कर्ज लेने के लिए एप्लाई करेंगे तो सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर देखा जाएगा.
सिबिल जैसे क्रेडिट ब्यूरो बैंकों को लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने वालों का क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) मुहैया कराते हैं. हालांकि, सभी बैंक क्रेडिट ब्यूरो की इस तरह की एनालिटिक सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं करते हैं.
ज्यादातर बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनियां ऐसे लोगों को कर्ज या क्रेडिट कार्ड देने से बचते हैं जिनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) नहीं होती. ऐसा इसलिए है क्योंकि आपकी क्रेडिट हिस्ट्री से ही ये पता चलता है कि आप कर्ज ली गई या क्रेडिट कार्ड से खर्च की गई रकम का तय वक्त पर भुगतान कर पाएंगे या नहीं.
क्रेडिट ब्यूरो तैयार करतें हैं क्रेडिट स्कोर और हिस्ट्री
क्रेडिट ब्यूरो बिना क्रेडिट हिस्ट्री वाले लोगों के डेटा का इसी तरह के प्रोफाइल वाले दूसरे लोगों के साथ मिलान करते हैं. इस तरह से बिना क्रेडिट हिस्ट्री वाले लोगों का क्रेडिट स्कोर तय होता है.
इस डेटा में उम्र, लोकेशन, जॉब प्रोफाइल, इंडस्ट्री, अनुभव, पद और ऐसे ही दूसरे क्राइटेरिया का इस्तेमाल होता है. ऐसे में जिन लोगों की कोई क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) नहीं है उन्हें इसे तैयार करना चाहिए. ऐसा इस वजह से भी जरूरी है क्योंकि जिन लोगों की कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती है उनसे बैंक लोन पर ज्यादा ब्याज दर चार्ज करते हैं.
लेकिन, एक सवाल ये पैदा होता है कि जिन लोगों की कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है या जिन्होंने कभी कर्ज नहीं लिया है. वे इसे कैसे तैयार कर सकते हैं. यहां हम आपको ऐसे ही तरीके बता रहे हैं जिनसे आप अपनी क्रेडिट हिस्ट्री तैयार कर सकते हैं.
ऐसे बना सकते हैं क्रेडिट हिस्ट्री
क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) बनाने के लिए एक अहम चीज क्रेडिट कार्ड है. क्रेडिट कार्ड के आवेदन करना अपने क्रेडिट स्कोर को तैयार करने का सबसे आसान तरीका है. आप दो तरह के क्रेडिट कार्ड्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. एक है सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड और दूसरा है अनसिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड.
अनसिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड
अनसिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड क्रेडिट स्कोर तैयार करने के लिए सबसे बढ़िया विकल्प है. हालांकि, नए लोगों के लिए ऐसे क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल होता है क्योंकि उनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) नहीं होती है.
अनसिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड में आपको किसी तरह के कोलेट्रल या सिक्योरिटी की जरूरत नहीं पड़ती है. ऐसे कार्ड के लिए एप्लिकेंट की अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री होनी जरूरी है.
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड
दूसरे तरह के क्रेडिट कार्ड सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड होते हैं. जो लोग कुछ कमा नहीं रहे हैं और क्रेडिट के लिए नए हैं वे ऐसे क्रेडिट कार्ड के लिए एप्लाई कर सकते हैं.
क्रेडिट के क्षेत्र में आ रहे नए लोगों के लिए सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड लेना सही है क्योंकि उन्हें इसके लिए सिक्योरिटी या कोलेट्रल देना पता है. ज्यादातर बैंक सिक्योरिटी के तौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट रखते हैं.
ऑनलाइन एग्रीगेट्स का इस्तेमाल
एक सबसे आसान तरीका है कि ऐसे लोग ऑनलाइन एग्रीगेटर्स पर लॉगऑन करें. इनमें कार्ड और लोन देने वाले संस्थान भी शामिल हैं. आपके प्रोफाइल के आधार पर एग्रीगेटर्स आपकी डिटेल्स को बैंकों और NBFC को पास करते हैं.
अगर संस्थान इसके लिए दिलचस्पी दिखाएंगे तो वे आपको कॉल करेंगे. लेकिन, इससे आपके पास मार्केटिंग और दूसरे संस्थानों की भी कॉल्स की बाढ़ लग सकती है.
ऐड-ऑन कार्ड
इंडीविजुअल्स अपने पेरेंट्स या नजदीकी रिश्तेदारों के साथ एक ऐड-ऑन कार्ड भी ले सकते हैं. ये कार्ड आपके फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस को कैप्चर करते हैं और इससे आपको अपना क्रेडिट प्रोफाइल बनाने में मदद मिलती है.
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