Credit Card loan: बढ़ते खर्च के बीच क्रेडिट कार्ड एक ऐसा ऑप्शन है, जो आपको खर्च करने से रोकता नहीं. बल्कि कैश की किल्लत में भी खुलकर खर्च करने का मौका देता है. लेकिन, जब आपको बड़े अमाउंट की जरूरत हो तो लोन ही सबसे बेहतर विकल्प दिखाई देता है. कुछ लोग इसमें कन्फ्यूज रहते हैं कि कौन सा लोन लें. यूं तो क्रेडिट कार्ड पर लोन लेना फायदे का सौदा है, लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान नहीं रखेंगे तो मोटा नुकसान उठाना पड़ेगा. इसलिए जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड पर लोन लेने से पहले ये बातें ध्यान रखें.
आपकी क्रेडिट लिमिट पर मिलेगा लोन
क्रेडिट कार्ड लेते वक्त उसकी एक लिमिट तय की जाती है. इससे ऊपर खर्च करने की छूट नहीं मिलती. आपकी इसी क्रेडिट लिमिट पर लोन अप्रूव होता है. हालांकि, ज्यादातर क्रेडिट कार्ड पर प्री-अप्रूव्ड लोन मिलता है. क्रेडिट कार्ड की जितनी लिमिट होगी, उससे ऊपर लोन ऑफर नहीं किया जाएगा. हालांकि, ब्याज दरें क्रेडिट कार्ड के ब्याज की तुलना में काफी कम होती हैं. क्योंकि, इस लोन को पर्सनल लोन की तरह माना जाता है. ब्याज दर पहले से तय होती है और एक समान रहती है. क्रेडिट कार्ड पर 35-40 फीसदी ब्याज लगता है. वहीं, इसके लोन पर 11-13 फीसदी तक ब्याज लगता है.
प्रोसेसिंग फीस जरूर पता करें
क्रेडिट कार्ड पर लोन (Credit card loan) लेते वक्त प्रोसेसिंग फीस का जरूर पता करें. आमतौर पर प्रोसेसिंग फीस 1-5 फीसदी तक होती है. लेकिन, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने समय के लिए लोन ले रहे हैं. साथ ही क्रेडिट कार्ड की वैलिडिटी कब तक है. आमतौर पर लोन सिर्फ 24 महीने यानि 2 साल के लिए दिया जाता है. साथ ही इसमें प्री-क्लोजर की सुविधा भी होती है. हालांकि, इसके लिए चार्ज देना होगा.
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समय से बिल चुकाना न भूलें
क्रेडिट कार्ड पर लोन (Credit card loan) प्री-अप्रूव्ड होते हैं. लेकिन, कंपनी या बैंक ये चेक करता है कि आपका रिकॉर्ड कैसा रहा है. क्रेडिट कार्ड पर लोन लेने के लिए आपका रीपेमेंट स्ट्रक्चर अच्छा होना चाहिए. क्रेडिट कार्ड का बिल समय से चुकाने पर रिकॉर्ड मेनटेन रहता है और आसानी से लोन अप्रूव हो जाता है. अच्छी बात यह है कि इस लोन के लिए अलग से डॉक्युमेंटेशन नहीं करना होता. क्रेडिट कार्ड के आधार पर ही आपको लोन मिल जाता है.
डिफॉल्ट पेमेंट से अटक सकता है लोन
क्रेडिट कार्ड को मैनेज करना बेहद जरूरी है. अगर कभी भी आपने पेमेंट का डिफॉल्ट किया है तो मुश्किल में फंस सकते हैं. पहला तो यह कि क्रेडिट कार्ड पर ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा. दूसरा बिल पेमेंट नहीं करने पर इसे डिफॉल्ट माना जाएगा, इसलिए आपका लोन (Credit card loan) भी अटक सकता है. वहीं, लोन लेने के बाद उसकी किस्त भरने में देरी से क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए दोनों ही पेमेंट समय से करना न भूलें.
समय पर चुकाएं लोन
क्रेडिट कार्ड पर लोन (Credit card loan) तो ले लिया, लेकिन जितनी अवधि के लिए लिया है, उसी अवधि के अंदर लोन चुका दें. ऐसा करने पर आगे कभी भी लोन लेने का अवसर खुला रहता है. साथ ही टॉप-अप लोन मिलने के चांस भी पूरे रहते हैं. एक बार पेमेंट डिफॉल्ट करने से टॉप-अप के चांस कम हो जाते हैं. समय से पेमेंट करने पर क्रेडिट स्कोर भी मेनटेन रहता है और समय के साथ बढ़ता रहता है.