देश में छोटे आंत्रप्रेन्योर्स को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च की गई MUDRA (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट एंड रीफाइनेंस एजेंसी) लोन स्कीम से जुड़ने वालों की संख्या में कोविड महामारी के दूसरी लहर के दौरान बड़ा इजाफा हुआ है.
225.2 करोड़ रुपये रोजाना
हालिया आंकड़ों के मुताबिक, 1 अप्रैल से 5 जून के बीच 14,864 करोड़ रुपये के MUDRA लोन वितरित किए गए हैं. जबकि, इसी अवधि में 16,700 करोड़ रुपये के लोन पारित हुए हैं.
इसका मतलब है कि हर रोज औसतन 225.2 करोड़ रुपये के लोन वितरित हुए हैं. हालांकि, ये सामान्य वक्त के मुकाबले काफी कम आंकड़ा है, लेकिन महामारी की अवधि की पाबंदियों को देखते हुए ये एक अहम पड़ाव है.
वित्त वर्ष 2017-18, 18-19, 2019-20 और 2020-21 में औसत MUDRA लोन वितरण क्रमशः 675 करोड़ रुपये, 854 करोड़ रुपये, 900 करोड़ रुपये और 725 करोड़ रुपये रहा है.
अधिकारियों को उम्मीद है कि कोविड की दूसरी लहर के गुजरने के बाद MUDRA लोन वितरण में बढ़ोतरी होगी. अधिकारियों का कहना है कि बड़ी तादाद में लोन के आवेदन दफ्तरों में लंबित पड़े हुए हैं.
स्पेशल ऑफर
दूसरी ओर, सरकार भी ये योजना बना रही है कि कोविड का दौर गुजरने के बाद MUDRA लोन्स को ज्यादा तेजी के साथ बांटा जाए.
एक सरकारी अधिकारी ने एक महीने पहले कहा था, “हम शिशु लोन के तहत लिए गए मुद्रा लोन्स पर 2 फीसदी इंटरेस्ट सब्सिडी देने पर विचार कर रहे हैं.”
बिना गारंटी लोन
मुद्रा (MUDRA) योजना के तहत तीन श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में बिना किसी गारंटी के लोन मिलता है. शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपये तक कर्ज दिया जाता है.
आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2020 तक इस श्रेणी के तहत 9.37 करोड़ लाभार्थियों को 1.62 लाख करोड़ रुपये के कर्ज दिए जा चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए 8 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मुद्रा (MUDRA) योजना की शुरुआत की थी.
इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से उपेक्षित वर्गों को वित्तीय सहायता देना है. इस योजना के तहत लोगों को अपना कारोबार शुरू करने के लिए 10 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाता है.
10 लाख तक कर्ज
योजना की शुरुआत से पहले अपना खुद का कारोबार शुरू करने के लिए उद्यमियों को लोन पाने के लिए बैंको के चक्कर लगाने पड़ते थे, बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था और बिना गारंटी के लोन नहीं मिल पाता था.
लेकिन, अब प्रधानमंत्री मुद्रा (MUDRA) योजना के अंतर्गत उद्यमियों को आसानी से 10 लाख तक लोन बैंक से मिल जाता है.
मुद्रा (MUDRA) लोन वाणिज्यिक बैंक, आरआरबीएस, लघु वित्त बैंक, सहकारी बैंक और एमएफआई देते हैं.
मुद्रा लोन के प्रकार
शिशु लोन – शिशु लोन के तहत 50 ,000 रुपये तक का लोन बैंक देते हैं.
किशोर लोन – किशोर लोन के तहत 50 ,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन बैंक देते हैं.
तरुण – इस कैटेगरी में 5 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन बैंक देते हैं.
आवेदन के लिए ये ज़रूरी दस्तावेज लगेंगे
-आवेदन करने वाले आवेदक की उम्र 18 साल से कम नहीं होनी चाहिए
-आधार कार्ड
-आवेदक का पहचान पत्र
-ड्राइविंग लाइसेंस, पैनकार्ड
-वोटर आईडी कार्ड
पिछले वर्षों की बैलेंस शीट
-जीएसटी रिटर्न व इनकम टैक्स रिटर्न
-मोबाइल नंबर
-बैंक खाता
MUDRA 2021 में ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले आवेदक को इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए संबंधित बैंक से आवेदन फॉर्म भरना होगा.
आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियों, जैसे नाम ,पता ,मोबाइल नंबर ,आधार कार्ड नंबर दर्ज करने होंगे. सभी दस्तावेजों को अटैच करके संबंधित बैंक में जमा करना होगा.
इसके बाद बैंक अधिकारी द्वारा आपका आवेदन फॉर्म तथा सभी दस्तावेजों को सत्यापित करके 1 महीने के अंदर लोन की धनराशि आपके बैंक अकाउंट में भेज दी जाएगी.
इस तरह आपका आवेदन पूरा हो जाएगा तथा मिलने वाली लोन धनराशि से आप अपना स्वयं का कारोबार शुरू कर सकेंगे.