Exim बैंक देगा गुयाना को 2.3 करोड़ डॉलर का कर्ज

गुयाना सरकार को दो विमानों की खरीद के लिए 23.37 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा (Line of Credit) देने का ऐलान किया है.

Exim बैंक देगा गुयाना को 2.3 करोड़ डॉलर का कर्ज

भारत के निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) ने गुयाना को 2.33 करोड़ डॉलर (लगभग 194 करोड़ रुपये) की ऋण सुविधा देने की घोषणा की है. दरअसल, भारतीय रक्षा उद्योग, गुयाना रक्षा बल (GDF) के साथ कैरिबियाई क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है. ऐसे में, गुयाना सरकार को दो विमानों की खरीद के लिए 23.37 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा (Line of Credit) देने का ऐलान किया है. भारत के उच्चायुक्त डॉ. अमित तेलंग की उपस्थिति में गुयाना के वित्त मंत्री और एक्जिम बैंक के डिप्टी जीएम ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए.

दो विमानों की खरीद के लिए 23.37 मिलियन अमेरिकी डॉलर का लोन

गुयाना के वित्त मंत्रालय ने समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा कि यह समझौता जीडीएफ की क्षमताओं को बढ़ाने के सरकार के प्रयास में मददगार साबित होगा. इसकी शुरुआत जनवरी 2023 में राष्ट्रपति अली की भारत यात्रा से हुई है. उन्होंने कहा कि एयर कॉर्प्स और कोस्ट गार्ड जैसे क्षेत्र में, सुरक्षा के क्षेत्र के पूंजीकरण में इन दो विमानों की खरीद अब तक के सबसे बड़े निवेश का हिस्सा है.गुयाना में भारत के उच्चायुक्त अमित तेलंग की मौजूदगी में गुयाना के राष्ट्रपति कार्यालय में वित्त और सार्वजनिक सेवा की जिम्मेदारी वाले वरिष्ठ मंत्री अश्नी के सिंह और बैंक के उप-महाप्रबंधक संजय लांबा के बीच 15 मार्च को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इस समझौते के बाद एक्ज़िम बैंक के पास अब 292 क्रेडिट लाइन हैं, जो अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका, सीआईएस और ओशिनिया के 62 देशों को कवर करती हैं.

एक्जिम बैंक के बारे में

एक्ज़िम बैंक की स्थापना भारत सरकार द्वारा निर्यात-आयात बैंक अधिनियम, 1981 के तहत निर्यात ऋण के प्रबंधक के रूप में की गई थी, जो वैश्विक निर्यात क्रेडिट एजेंसियों को प्रतिबिंबित करता है. एक्ज़िम बैंक उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से उद्योगों और एसएमई (SME) के लिए एक विकास इंजन के रूप में कार्य करता है. इसमें टेक्नोलॉजी का आयात और निर्यात, उत्पाद विकास (Product Development), निर्यात उत्पादन (Export Production), निर्यात विपणन (Export Marketing), लदानपूर्व निर्यात (Pre-shipment Export) और लदानोत्तर (Post Shipment) और विदेशी निवेश शामिल हैं.

Published - March 19, 2024, 05:51 IST