ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी जल्द ही बाजार में अपना आईपीओ लाने वाली है, लेकिन इससे पहले कंपनी को घाटे का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी के एक इंटरनल दस्तावेज के मुताबिक स्विगी को दिसंबर 2023 तक नौ महीनों के लिए 200 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.
दस्तावेज़ के अनुसार पूरे वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्विगी को 41.8 बिलियन रुपए का घाटा हुआ था, लेकिन कंपनी के कम वेतन भुगतान और मार्केटिंग खर्च में कटौती से उसे 2023-24 के लिए घाटे को कम करने में मदद मिलेगी. आंकड़ों के मुताबिक घाटा अप्रैल से दिसंबर 2023 के दौरान 17.3 बिलियन रुपए (207 मिलियन डॉलर) था.
त्योहारी सीजन में आ सकता है आईपीओ
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) इस साल लिस्टिंग का प्लान बना रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी मई तक आईपीओ के लिए डॉक्युमेंट फाइल करेगी और फेस्टिव सीजन के आसपास आईपीओ लॉन्च करेगी. Entrackr की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से जानकारी दी गई कि स्विगी की वैल्युएशन 12-15 अरब डॉलर के बीच हो सकती है. सॉफ्टबैंक समर्थित यह कंपनी आईपीओ के लिए तैयारी में लगी हुई है. भारत का शेयर बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है, हालांकि घरेलू और विदेशी निवेशक भारतीय स्टार्टअप्स के आईपीओ के बारे में अधिक सतर्क हो गए हैं, क्योंकि कंपनियों के अवास्तविक रूप से मूल्यांकन अभी भी घाटे में है.
जोमैटो भी बाजार में हो चुका है लिस्ट
स्विगी के प्रतिद्वंद्वी ज़ोमैटो के शेयरों में भी 2021 की लिस्टिंग के बाद गिरावट देखी गई, लेकिन लगातार दो तिमाही मुनाफा दर्ज करने के बाद इस साल उसके शेयरों में 45% की वृद्धि हुई है. 2022 में निवेशकों ने स्विगी का मूल्य 10.7 बिलियन डॉलर आंका था. कंपनी की शुरुआत फूड डिलीवरी के साथ हुई थी, लेकिन धीरे-धीरे इसने किराने का सामान बांटना और रेस्तरां बुकिंग की सुविधा भी देने लगा है.