दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. इसके जरिए कंपनी 3 अरब डॉलर जुटाना चाहती है. आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) पर सलाह लेने के लिए हुंडई ने नामी इंवेस्टमेंट बैंकों को हायर किया है. इनमें जेपी मॉर्गन और सिटी शामिल है. कंपनी मंजूरी के लिए मई से जून तक नियामक को कागजात दाखिल करने की योजना बना रही है. हालांकि इस बारे में हुंडई की भारतीय इकाई ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑटोमोबाइल कंपनी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भारत में लिस्टिंग का अभी फैसला नहीं किया गया है. इसलिए वे इस बारे में तभी बात करेंगे जब योजना अंतिम रूप ले लेगी. बता दें 15 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी हुंडई, भारत में एक आईपीओ पर विचार करने के शुरुआती चरण में है. इसकी स्थानीय ऑपरेशनल कॉस्ट 30 अरब डॉलर तक होगी. अगर कंपनी आईपीओ लाती है तो ये देश का सबसे बड़ा लॉन्च हो सकता है.
सूत्रों के मुताबिक आने वाले महीनों में हुंडई कुछ घरेलू भारतीय इंवेस्टमेंट बैंकों को भी आईपीओ के लिए नियुक्त कर सकती है. हुंडई इंडिया का प्रस्तावित आईपीओ 3.3 अरब डॉलर यानी 27,390 करोड़ रुपए का हो सकता है. हुंडई इंडिया का वैल्यूएशन 22 बिलियन डॉलर से 28 बिलियन डॉलर तक आंका जा रहा है. कंपनी आईपीओ में 15 से 20 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच सकती है.
2023 में पैसेंजर गाड़ियां बेचने के मामले में मारुति सुजुकी के बाद हुंडई मोटर इंडिया दूसरे स्थान पर रही थी. कंपनी के पास करीब 15 फीसदी मार्केट शेयर है. कंपनी ने दो दशक से पहले भारत में प्रवेश किया था.