काउंसिल फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक अंडरस्टैंडिंग (CIEU-Council for International Economic Understanding) ने कहा, आईपीओ फंडिंग एक अधिक जोखिम वाला व्यवसाय है अगर यहां मुनाफा अधिक है तो घाटे की भी संभावना बनी रहती है.
P2P Lending: जरूरतमंद व्यक्ति या व्यवसाय को पैसे उधार देने का कारोबार बढ़ रहा है. पीयर-टू-पीयर (P2P) से पहचाने जाते इस कारोबार में एक मार्केटप्लेस के माध्यम से ऋणदाता और उधार लेने वालों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने का मौका मिलता है. यदि आपके पास अतिरिक्त रकम है और किसी दूसरे व्यक्तियों या व्यवसायों को पैसों की आवश्यकता है तो आप एक मार्केटप्लेस के माध्यम के उसे उधार दे सकते हैं, और तगड़ा रिटर्न कमा सकते हैं. उधार लेने वाले को भी छोटी अवधि के लिए कम ब्याज दर पे और कागजी कार्यवाही किए बगैर पैसे मिल जाते हैं, इसलिए P2P लेंडिंग लोकप्रिय हो रहा है.
आप भी पैसे उधार देकर बैंक की तरह पैसा कमाना चाहते हैं तो ऐसे मार्केटप्लेस को चुनने से पहले उनके बारे में जानकारी प्राप्त करनी आवश्यक है. P2P सेक्टर को RBI द्वारा नियंत्रित किया जाता है. RBI ने अब तक 21 P2P प्लेटफॉर्म को P2P- NBFC लाइसेंस दिया है.
यह सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म है और 5 लाख से ज्यादा निवेशकों ने गूगल प्लेस्टोर से इसे डाउनलोड किया है. यह प्लेटफॉर्म हर महीने विभिन्न कारोबारियों और व्यक्तियों को 120 करोड़ रुपये से अधिक पैसे उधार देता है. इसमें रजिस्ट्रेशन कराने के लिए ऋणदाता को 1,000 रुपये चार्ज चुकाना होता है, जो नॉन-रिफंडेबल है, वहीं उधार लेने वाले के लिए 500 रुपये शुल्क है. इस प्लेटफॉर्म पर उधार लेने वालों की संख्या 20 लाख है. लेंडर अपने अनुकूल कर्ज अवधि के आधार पर उधारकर्ता का चयन कर सकता है. ब्याज दरें 12% और 28% के बीच होती हैं. आप कम से कम 750 रुपये प्रति ऋण के रूप में निवेश करना शुरू कर सकते हैं.
Lendenclub के पास RBI का NBFC-P2P लाइसेंस है. 6 लाख से ज्यादा निवेशक इस कंपनी में रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. कंपनी का दावा है कि उसके प्रोडक्ट के जरिए निवेशक को सालाना 12 फीसदी नेट रिटर्न कमाने का मौका मिलता है. गूगल प्लेस्टोर से इस ऐप को 1 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है.
कंपनी हर महीने 75 करोड़ रुपये उधार देती है. कंपनी से उधार लेने वालो की संख्या 19 लाख है, जिनसे कंपनी एवरेज 5% प्रोसेसिंग फीज वसूलती है, वहीं ऋणदाता को 2% सुविधा शुल्क चुकाना होता है. इसमें रजिस्ट्रेशन करने के लिए ऋणदाता को 500 रुपये और उधार/ऋण लेने वालें को 200 रूपये चार्ज चुकाना पडता है.
Lendbox का दावा है कि, उसके साथ जुडने से निवेशक को औसत 20.11 फीसदी रिटर्न मिलता है. इसके साथ 50,000 से ज्यादा ऋणदाता जुडे हुए है, वहीं उधार लेने वालों की संख्या 5 लाख से ज्यादा है. पिछले महीने कंपनी ने 54 करोड़ रुपये उधार देने का काम किया था. आप कम से कम 10,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं, वहीं उधार लेने के लिए 25,000 रुपये से लेकर अधिकतम 5 लाख रुपये तक के ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं.
20,000 ऋणदाता इस प्लेसफॉर्म के साथ जुड़े है, वहीं उधार लेने वालों की संख्या 1 लाख से अधिक है. इसमें रजिस्ट्रेशन कराने का कोई चार्ज नहीं है. कंपनी ऋणदाता से शुल्क के रूप में डिस्बर्स अमाउंट का 2% से 5% चार्ज वसूलती है.
एक निवेशक 5,000 रुपये और उससे अधिक के 5,000 रुपये के गुणकों में निवेश कर सकता है. 10,000 से ज्यादा लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं. लोन की अवधि 1 से 36 महीने की होती है. निवेशक बनने के लिए आपको 500 रुपये का एकमुश्त पंजीकरण शुल्क देना होगा. ऋण लेने वालों के प्रोफाइल को जोखिम के आधार पर छह श्रेणियों ए, बी, सी, डी, ई, एफ में विभाजित किया गया है और ब्याज दरें 13% से 27% तक हैं. आपको निवेश की अमाउंट का 1% शुल्क चुकाना पड़ेगा. यदि आप 50,000 रूपये का कर्ज देते हैं, तो आपको 500 रुपये प्लस 18% GST कंपनी को चुकाना होगा.