Value Fund: मेहनती निवेशकों के बीच वैल्यू फंड में निवेश काफी लोकप्रिय है. ग्रोथ फंड के मुकाबले वैल्यू फंड में निवेश करना अच्छा माना जाता हैं. वॉरेन बफे भी वैल्यू फंड्स को पसंद करते हैं. आखिर क्यों इन्हें इतना पसंद किया जाता है, ये जानते हैं. वैल्यू फंड निवेश के लिए वैल्यू शैली या दूसरों से विपरीत शैली का अनुसरण करता है, जो उन शेयरों को खोजने का प्रयास करता है जिनकी कीमत उनकी वास्तविक कीमत से काफी कम है. आपको केवल SIP मार्ग के माध्यम से ही वैल्यू फंड में निवेश करना चाहिए. अगर आपको पांच साल से कम समय के लिए निवेश करना हैं, तो इसमें या किसी अन्य वैल्यू-ओरिएंटेड फंड में निवेश न करें.
वैल्यू फंड क्या है?
वैल्यू फंड ओपन-एंडेड इक्विटी योजनाएं हैं जो एक वैल्यू इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी का पालन करती हैं. इस प्रकार के फंड किफायती दरों में उपलब्ध शेयरों में निवेश करते हैं. ऐसे शेयर का मूल्यांकन अस्थायी कारकों के कारण कम हो सकता है, लेकिन ये स्टॉक लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करते हैं, इसलिए इसमें निवेश अच्छा माना जाता हैं. वैल्यू फंड्स की डिविडेंड यील्ड ज्यादा होती है.
टॉप-10 वैल्यू फंड्स
भारत में अभी 18 वैल्यू फंड्स उपलब्ध हैं. पिछले एक साल में वैल्यू फंड्स ने 74% तक रिटर्न दिया हैं, वहीं 3 साल में 15% तक और 5 साल में 17% तक रिटर्न दिया हैं. वैल्यू फंड्स का एक्स्पेंस रेशियो 0.87% से 2% की रेंज में हैं. वैल्यू फंड्स में बहुत ज्यादा रिस्क होता हैं.
वैल्यू फंड किसके लिए सही हैं?
यदि आप उच्च रिटर्न के लिए चुनिंदा शेयरों पर दांव लगाने को तैयार हैं, तो बेशक ऐसे फंड को चुन सकते हैं. आप आक्रामक निवेशक है और यदि आपको मैक्रो ट्रेंड की समझ हैं तो इसमें निवेश कर सकते हैं. यदि आप लंबी अवधि के लिए ऐसा निवेश ढूंढ रहे हैं जो बिना किसी अप्रत्याशित लाभ के लगातार बढता रहे तो इसमें पैसा डाल सकते हैं. आप धैर्य रखने वाले निवेशक हैं तो वैल्यू फंड आपके लिए सही हैं. आपको बाजार का प्रदर्शन बेहतर होने पर भी मध्यम से उच्च नुकसान को पचाने के लिए तैयार रहना होगा.
वैल्यू फंड के फायदेः
(1) डाइवर्सिफिकेशनः वैल्यू इंवेस्टिंग करने से आपको एक डाइवर्सिफाइड पोर्टफॉलियो में एक्सपोजर मिलता है जिसमें एसेट अलोकेशन ज्यादातर ग्रोथ-म्यूचुअल फंड स्कीम्स में होता हैं.
(2) कम असुरक्षितः चूंकि वैल्यू फंड निवेश रणनीति अंडरवैल्यूड शेयरों पर केंद्रित है, इसलिए वे कम असुरक्षित हैं. वैल्यू फंड के शेयर सभी आर्थिक क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जिनकी अनदेखी की जाती है, इसलिए खराब प्रदर्शन करने वाले शेयरों में बाजार का भरोसा बढ़ा है.
(3) इंट्रिन्सिक वैल्यू: वैल्यू फंड केवल उन शेयरों का चयन करता है जो अपनी इंट्रिन्सिक वैल्यू (intrinsic value) से कम कारोबार करते हैं और बाजार उत्पादकता के बारे में चिंता किए बिना लाभ उत्पन्न करते हैं. यही कारण है कि वॉरेन बफे जैसे निवेशक वैल्यू फंड चुनते हैं. वे ग्रोथ फंड्स को मात देने के लिए जाने जाते हैं.
(4) मार्जिन ऑफ सेफ्टी: इंट्रिन्सिक वैल्यू पर शेयर खरीदने से मार्जिन ऑफ सेफ्टी (margin of safety) सुरक्षित रखने में मदद मिलती हैं, जो प्रॉफिट कमाने में सबसे ज्यादा योगदान देता हैं.