कंपनी ने अपने ड्राफ्ट शेयर बिक्री दस्तावेजों में कहा कि IPO के हिस्से के रूप में कंपनी 8,300 करोड़ रुपये के नए शेयर बेचेगा. इसके अलावा, मौजूदा शेयरधारक आईपीओ के माध्यम से अन्य 8,300 करोड़ रुपए के शेयर बेचेंगे.
भारत में युवा ज्यादा पैसे कमाने की चाहत रखने के साथ ही अब सेविंग और इन्वेस्टमेंट की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. युवाओं का रुझान तेजी से म्यूचुअल फंड, शेयर, डिजिटल गोल्ड और IPO की तरफ बढ़ रहा है. वहीं ज्यादातर युवा इन्वेस्टर डिजिटल वेल्थ मैनेजमेंट फर्म के प्लेटफॉर्म को तरजीह दे रहे हैं. पेटीएम मनी (Paytm Money) की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में इसके प्लेटफॉर्म पर मिलेनियल्स इन्वेस्टर्स ने औसतन 70 हजार रुपये का निवेश किया.
ईटीएफ (Exchanges Traded Funds) में भी यंग इन्वेस्टर्स ने इन्वेस्ट करने में खूब दिलचस्पी दिखाई है. शेयर में इन्वेस्ट करने वाले 25 फीसदी इन्वेस्टर ने ETF में पैसा लगाया है. ETF में औसतन 28,834 रुपये का औसत निवेश हुआ है. रिपोर्ट की मानें तो पिछले साल अगस्त से इस साल मार्च तक इसके प्लेटफॉर्म पर 2,10,000 डीमैट अकाउंट खोले गए.
रिपोर्ट की मानें तो पेटीएम मनी के जरिए 28 फीसदी इन्वेस्टर ने इक्विटी में वहीं 64 फीसदी निवेशकों ने म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किया. 1,20,000 इन्वेस्टर ने Axis Blue-chip फंड में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया. इसी के साथ 80 फीसदी से ज्यादा यूजर्स ने म्यूचुअल फंड में एंट्री के लिए SIP को चुना.
पेटीएम मनी आईपीओ, शेयर, फ्यूचर एंड ऑप्शन, ईटीएफ और एनपीएस और डिजिटल गोल्ड में निवेश की सुविधा देता है.पेटीएम मनी पर महिला इन्वेस्टर की संख्या डबल हो गई है. वे अलग-अलग प्रोडक्ट में इन्वेस्ट कर रही हैं.
रिपोर्ट की मानें तो शेयर में भी लोगों का इन्वेस्टमेंट बढ़ा है. इस प्लेटफॉर्म के जरिए शेयरों में निवेश करने वालों ने औसतन 15 शेयरों में ट्रेड या निवेश किया. इन्वेस्टर्स ने सबसे ज्यादा टाटा मोटर्स के शेयरों में इन्वेस्ट किया. इसके साथ ही यस बैंक, वोडाफोन आइडिया, एसबीआई और ONGC के शेयरों में भी खूब निवेश किया गया.