मार्केट रेगुलेट सेबी रिटेल निवेशकों के लिए समय समय पर खुशखबरी लाता रहता है. और इस बार सेबी ने रियल एस्टेट में रिटेल निवेशकों के लिए रास्ता और आसान कर दिया है. REITs यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट और InvITs यानी इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट में न्यूनतम निवेश की सीमा को घटाकर 10,000 से 15,000 रुपये कर दिया है. गौरतलब है कि इससे पहले ये सीमा 50,000 रुपये थी. यानी, रियल एस्टेट के इन विकल्पों में निवेश के लिए आपको कम से कम एक बार में 50,000 रुपये की जरूरत पड़ती थी जिसे अब घटाकर 10,000 से 15,0000 रुपये कर दिया गया है.
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट कंपनी एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी इसे बड़ा कदम बताते हुए कहते हैं, “REITs और InvITs भारतीय बाजार में नए हैं और इनका पिछला प्रदर्शन मौजूद नहीं है जिससे रिटेल निवेशक इससे दूर ही रहे हैं. अब जब तीन REITs शेयर बाजार में लिस्ट हो चुके हैं और सब्सक्रिप्शन की सीमा भी घटाई जा चुकी है, इससे इन विकल्पों में रिटेल निवेशकों का रुझान बढ़ेगा. इससे प्रदर्शन में भी सुधार की उम्मीद रहेगी.”
निवेश के लिए कई ऐसेट क्लास हैं जैसे इक्विटी, डेट, गोल्ड और रियल एस्टेट. रियल एस्टेट को लेकर ये धारणा है कि इसमें निवेश के लिए आपको बड़ी रकम एक ही बार में लगानी होगी. लेकिन इसी सोच को गलत साबित करते हैं REITs – रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट. इनके जरिए आप कमर्शियल प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं.
ये ऐसी कंपनियां होती हैं जो कमर्शियल रियल एस्टेट में निवेश करते हैं जैसे शॉपिंग मॉल, ऑफिस स्पेस, रेंटल प्रॉपर्टी. जैसे म्यूचुअल फंड निवेशकों से पैसा जमा कर कैटेगरी के मुताबिक शेयरों, बॉन्ड्स, कमर्शियल पेपर में निवेश करते हैं वैसे ही REITs निवेशकों से पैसा पूल कर रियल एस्टेट में निवेश करते हैं. अक्सर REITs कमाई का ज्यादा हिस्सा यूनिट होल्डर्स को वापस कर देते हैं – डिविडेंड्स के जरिए कई बार ये कुल कमाई का 90 फीसदी हिस्सा हो सकता है.
किसी अन्य रियल एस्टेट में निवेश की तुलना में REITs इसलिए बेहतर हो जाते हैं क्योंकि प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट में लिक्विडिटी की कमी होती है. ररियल एस्टेट में खरीदारी से एक्टिव मैनेजमेंट की जरूरत होती है और साथ ही ये ऐसेट इल-लिक्विड होते हैं.
पिछले साल दिसंबर में कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने खास REITs से जुड़ा फंड ऑफ फंड्स लॉन्च किया जिसका फोकस एशिया-पैसिफिक के रियल एस्टेट मार्केट पर है.
मार्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक 10 फंड हाउस की 20 स्कीमों ने REITs और InvITs में निवेश किया है. इसमें ICICI प्रुडेंशियल म्यूचुअल फंड का निवेश सबसे ज्यादा है जिसके बाद आदित्य बिड़ला सनलाइफ म्यूचुअल फंड है. अक्सर जिन फंड्स का एक्सपोजर REITs या InvITs में हैं वो बैलेंस्ड एडवांटेज और हाइब्रिड कैटेगरी के फंड्स हैं – यानि ऐसे जिनका निवेश इक्विटी और डेट दोनों में है.
भारतीय शेयर बाजार में अब एंबेसी ऑफिस पार्क, माइंडस्पेस बिजनेस पार्क और ब्रुकफील्ड REITs लिस्टेड हैं. एंबेसी ऑफिस पार्क REIT जिसने साल 2019 में एक्सचेंज पर डेब्यू किया था वो भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट होना वाला पहला REIT था. जबकि, ब्रुकफील्ड REITs इसी साल लिस्ट हुआ.