Senior Citizen Investment Plans: सीनियर सिटीजंस के लिए बेस्ट हैं ये पांच निवेश योजनाएं, मिलेगी नियमित आय

फडी (FD), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) और प्रधान मंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) 60 साल से ऊपर के लोगों के लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं.

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पूंजी की सुरक्षा, धन की स्थिर वृद्धि और नियमित मासिक आय एक अच्छे रिटायरमेंट इन्वेस्टमेंट की पहचान है. PC: Pixabay

पूंजी की सुरक्षा, धन की स्थिर वृद्धि और नियमित मासिक आय एक अच्छे रिटायरमेंट इन्वेस्टमेंट की पहचान है. PC: Pixabay

Senior Citizen Investment Plans: पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए ब्याज दरों को काफी नीचे किया है. इसका सीधा असर डिपॉजिट्स पर मिलने वाले ब्याज पर भी पड़ा है. खासकर सीनियर सिटीजंस को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा है, क्योंकि अधिकांश सीनियर सिटीजंस का एकमात्र आय स्रोत ब्याज आय ही होता है.

पूंजी की सुरक्षा, धन की स्थिर वृद्धि और नियमित मासिक आय एक अच्छे रिटायरमेंट इन्वेस्टमेंट की पहचान है. इन कारणों से एफडी (FD), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) और प्रधान मंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं. आज हम आपको 5 ऐसे निवेश विकल्पों के बारे में बताएंगे जिनमें निवेश कर सीनियर सिटीजंस नियमित आय के साथ अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं.

सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम (SCSS):

यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह विकल्प 7.4% सालाना ब्याज दर की पेशकश कर रहा है. इस योजना में ब्याज दर हर तीन महीने में तय होती है. यहां निवेश की अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये है. ब्याज त्रैमासिक देय है और राशि पूरी तरह से कर योग्य है. इसके अलावा, स्रोत पर कर टीडीएस की कटौती लागू होगी, यदि ब्याज राशि 50,000 रुपये सालाना से अधिक हो. इस योजना की अवधि 5 साल की है. इसे 3 साल और बढ़ाया जा सकता है. इस योजना में खाता एकल या ज्वाइंट (पति/पत्नी के साथ) खोला जा सकता है.

क्रेडिट रिस्क फंड (Credit risk funds):

क्रेडिट रिस्क फंड जैसे म्यूचुअल फंड उच्च यील्ड वाले डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं, जो आमतौर पर उच्चतम रेटिंग ग्रेड से नीचे होते हैं. इन फंड्स में निवेश करते समय निवेशक को क्रेडिट जोखिम (जिस कंपनी के डेट पेपर में फंड ने निवेश किया है, उसके द्वारा मूलधन या ब्याज के भुगतान में डिफॉल्ट होने के कारण फंड के शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य में गिरावट) से सावधान रहना होगा. इन फंड्स ने पिछले एक साल में 8.12% का रिटर्न दिया है.

फ्लोटिंग-रेट आरबीआई बॉन्ड (Floating-rate RBI bonds):

ये आरबीआई द्वारा जारी किए गए बॉन्ड हैं और ब्याज दर 0.35 फीसद के मार्कअप के साथ नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) से जुड़ी होती है. बॉन्ड पर ब्याज छमाही आधार पर हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को देय होता है. 2021 की पहली छमाही के लिए ब्याज दर 7.15% निर्धारित की गई है.

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY):

इस योजना को 31 मार्च, 2023 तक बढ़ा दिया गया है. वर्तमान में यह योजना 7.40% सालाना की ब्याज दर से हर महीने गारंटीड पेंशन प्रदान कर रही है. इस योजना पर ब्याज दर हर साल 1 अप्रैल को रीसेट होती है. ऐसे में नई दर के आधार पर पेंशन राशि बदल जाएगी. यह ब्याज दर SCSS के रिटर्न की संशोधित दर के अनुरूप ही होती है, लेकिन 7.75% की अधिकतम सीमा तक होगी. एक बार यह सीमा हासिल हो जाने के बाद ब्याज दर का एक नया मूल्यांकन किया जाएगा. इस 10 साल की निवेश योजना में अधिकतम 15 लाख रुपये निवेश की अनुमति है. 10 साल का कार्यकाल पूरा होने पर मूल राशि पेंशन की अंतिम किस्त के साथ निवेशक को वापस कर दी जाएगी.

बैंक एफडी(FD):

बैंक एफडी हमेशा से वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे लोकप्रिय निवेश योजना रही है. लेकिन हाल ही में ब्याज दरों में गिरावट के कारण इन योजनाओं ने अपना आकर्षण खो दिया है. बैंक FD आपके वांछित भुगतान विकल्प-मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक चुनने की सुविधा प्रदान करते हैं. वर्तमान में अधिकांश बड़े बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 5-10 वर्षों की अवधि के लिए FD पर 6% तक ब्याज प्रदान कर रहे हैं. हालांकि, कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक और सहकारी बैंक वरिष्ठ नागरिक को FD पर 7% से अधिक ब्याज दर प्रदान कर रहे हैं.

Published - August 7, 2021, 10:54 IST