इंडेक्स फंड फोलियो में 4 गुना से ज्यादा बढ़ोतरी, एक्टिव स्कीम्स में आई गिरावट

Index Fund Folio अगस्त में मार्च 2020 के 3.45 लाख से बढ़कर 15.3 लाख पहुंच गया. इस दौरान AUM पांच गुना से अधिक बढ़कर 28,093 करोड़ रुपये हो गए

index fund folios grow 4 times between march 2020 and august 2021, aum 5x

मार्च 2020 से अगस्त 2021 के बीच पहली बार निवेश करने वालों में कइयों ने कम लागत और समझने में आसानी के कारण पैसिव फंड्स को चुना

मार्च 2020 से अगस्त 2021 के बीच पहली बार निवेश करने वालों में कइयों ने कम लागत और समझने में आसानी के कारण पैसिव फंड्स को चुना

इंडेक्स फंड फोलियो (index fund folio) में इस साल चार गुना से ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है. अगस्त में यह मार्च 2020 के 3.45 लाख से बढ़कर 15.3 लाख पहुंच गया. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है.

इस दौरान एसेट अंडर मैनेजमेंट (asset under management – AUM) पांच गुना से अधिक बढ़कर 28,093 करोड़ रुपये हो गए, जो 5,815 करोड़ रुपये थे. AUM निवेश का कुल बाजार मूल्य है, जो एक व्यक्ति या संस्था ग्राहकों के लिए मैनेज करते हैं.

एक्टिव फंड्स के खराब प्रदर्शन से बदला रुख

इकोनॉमिक टाइम्स ने फाइनेंशियल प्लानर्स के हवाले से कहा है कि निवेशकों ने इंडेक्स फंडों की ओर रुख किया क्योंकि एक्टिव फंड मैनेजर बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करने में असमर्थ थे. खासकर लार्ज-कैप कैटेगरी में ऐसा देखने को मिला.

पहली बार निवेश करने वालों में भी कइयों ने कम लागत और समझने में आसानी के कारण पैसिव फंड्स को चुना. SPIVA इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक्टिव रूप से मैनेज हो रहे लार्ज-कैप इक्विटी फंडों में से 68.42% ने दिसंबर 2020 को समाप्त 10 वर्षों में लार्ज-कैप बेंचमार्क से अंडरपरफॉर्म किया.

अल्फा जनरेट नहीं होने पर कॉस्ट घटाने पर जोर

सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार और Stableinvestor.com के फाउंडर देव आशीष ने कहा, ‘निवेशकों का सोचना है कि लार्ज-कैप स्पेस में अगर अल्फा जनरेट नहीं किया जा सकता, तो कॉस्ट को कम करना बेहतर है. इस कारण लार्ज-कैप फंड से जुड़े कई निवेशक इंडेक्स फंड में जा रहे हैं.’

अल्फा जनरेटर का मतलब हुआ कि कोई भी ऐसी सिक्योरिटी, जो निवेशक के मौजूदा पोर्टफोलियो में जोड़े जाने पर अतिरिक्त रिटर्न जनरेट करे या अतिरिक्त जोखिम के बिना पूर्व-चयनित बेंचमार्क से अधिक रिटर्न दे.

निवेशकों की दिलचस्पी के मुताबिक लॉन्च हो रहे फंड

ज्यादातर पैसा निफ्टी 50, S&P, BSE सेंसेक्स, निफ्टी और नेक्स्ट 50 जैसे सूचकांकों को रेप्लिकेट करने वाली स्कीम्स में आता है. हालांकि, निवेशक तेजी से मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स फंड और थीमैटिक फंडों में भी निवेश कर रहे हैं. निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए नए फंड हाउस, नवी AMC ने हाल में छह बेसिस पॉइंट एक्सपेंस रेशियो पर सबसे सस्ता निफ्टी 50 फंड लॉन्च किया है.

फंड हाउस ने रेगुलेटरी अप्रूवल के लिए 10 इंडेक्स फंड भी दाखिल किए हैं. इनमें नवी टोटल US स्टॉक मार्केट फंड ऑफ फंड, नवी निफ्टी 100 ESG इंडेक्स फंड और नवी निफ्टी कमोडिटीज इंडेक्स फंड शामिल हैं.

इसी तरह एसेट मैनेजमेंट कंपनी एडलवाइस (Edelweiss) ने एक लार्ज और मिड-कैप फंड और एक MSCI इंडिया डोमेस्टिक फाइनेंशियल और ग्लोबल फिनटेक 50 इंडेक्स फंड के लिए आवेदन किया है.

Published - September 16, 2021, 04:47 IST