How to be Financially Strong: जैसे हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए अच्छा खाना और नियमित एक्सरसाइज जरूरी हैं, ठीक वैसे ही हमारे वित्तीय स्वास्थ्य को रिस्क-प्रूफ बनाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है. हमारे स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए हम बदलते जोखिम के अनुसार हमारी जीवनशैली में बदलाव लाते हैं, जैसे मास्क लगाना, घर के अंदर रहना और टीका लगवाना, ठीक वैसे ही वित्तीय स्वास्थ्य को फिट बनाने के लिए हमें ऐसे बदलावों के लिए भी तैयार रहना चाहिए. कई लोग म्यूचुअल फंड या स्टॉक में निवेश या बैंक में FD से खुश हो जाते हैं और दूसरी चीजों का ध्यान नहीं रखते हैं. यहां ऐसी 9 चीजों की एक चेकलिस्ट दी गई है, जिनका पालन करके आप अपने वित्तीय स्वास्थ्य को नियंत्रण में रख सकते हैं.
चाहे आप मेडिकल इमरजेंसी, प्रोफेशनल इमरजेंसी या यहां तक कि बिजनेस इमरजेंसी का सामना कर रहे हों, ये फंड ऐसी आपात स्थिति से उत्पन्न तनाव को कम कर सकता है. इसलिए, आपको अपनी नियमित बचत और निवेश के अलावा, आपात स्थिति के लिए हमेशा एक छोटी राशि अलग रखनी चाहिए. एक्सपर्ट कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के पास उसके बेसिक मासिक खर्च के कम से कम छह गुना अधिक इमरजेंसी फंड होना आवश्यक हैं. इस फंड के लिए कम जोखिम वाले और तरल साधनों में निवेश करें.
आप में से कई लोगों पर हाउसिंग लोन या वाहन लोन से लेकर पर्सनल लोन तक कई वित्तीय देनदारियां होंगी. आपके ऋण की अवधि के दौरान इन ऋणों के लिए EMI भुगतान आपके लिए एक निश्चित खर्च होगा. नौकरी छूटने या वेतन में कमी जैसी कुछ घटनाएं हो सकती हैं जो आपके मासिक नकदी प्रवाह पर काफी प्रभाव डाल सकती हैं. इसलिए, हमेशा 12 महीने की EMI का बफर निवेश रखने में समझदारी है.
आपको सबसे पहले अपनी संपत्ति और खर्चों का आकलन करना चाहिए. क्या आपने कोई ऐसा लोन ले रखा है, जिसकी किस्त आपको परेशानी में डाल सकती है या फिर कोई ऐसा खर्च जिसमें आपकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा जाता है. इससे आप खुद की आर्थिक जरूरतों का ठीक-ठीक अनुमान लगा सकते हैं.
किसी भी आकस्मिक बीमारी के कारण होने वाला अस्पताल का खर्च आपकी आर्थिक स्थिति को बिगाड़ने की क्षमता रखता है. तो जरूरी है कि अपने और अपने परिवार को जरूरतों को देखते हुए एक उचित हेल्थ इंश्योरेंस ले लें. आपको मेडिकल महंगाई को ध्यान में रखते हुए अपने और परिवार के सदस्यों के लिए पर्याप्त अमाउंट का हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना चाहिए.
सिर्फ हेल्थ इंश्योरेंस ही पर्याप्त नहीं है. आपको भविष्य का सोचते हुए एक अच्छा लाइफ इंश्योरेंस भी लेना चाहिए. जिससे किसी भी अनहोनी की दशा में आपके परिवार को पैसों की कमी का सामना नहीं करना पड़े. इसके लिए प्योर टर्म प्लान लेना बेहतर हैं. टर्म प्लान लेने के बाद ही दूसरे एंडोवमेंट या इन्वेस्टमेंट-कम-इंश्योरेंस प्लान लेने चाहिए, ऐसा वित्तीय सलाहकार मानते हैं.
आय के कई स्रोत बनाने चाहिए. जैसे पोर्टफोलियो विविधीकरण आपके पोर्टफोलियो को किसी एक परिसंपत्ति वर्ग में तेज नकारात्मक गतिविधियों से बचाता है, वैसे ही आय विविधीकरण आपके बचाव में आ सकता है यदि आपकी आय के प्राथमिक स्रोत में सेंध लगी हो. पैसिव इनकम जनरेट करने के लिए आज के जमाने में कई विकल्प मौजूद हैं.
जब आप अपनी वित्तीय योजना यात्रा शुरू करते हैं तो आपको तीन प्रमुख बातों का ध्यान रखना चाहिए. पहला पोर्टफोलियो आवंटन के माध्यम से विविधीकरण का महत्व है. दूसरा है अपने जोखिम प्रोफाइल के अनुसार निवेश करना और यह सुनिश्चित करना कि आपके पोर्टफोलियो का समग्र जोखिम उस जोखिम की मात्रा के अनुरूप है जिसे आप अवशोषित करने में सक्षम हैं. और तीसरा, सुनिश्चित करें कि आपके पोर्टफोलियो का कुल अपेक्षित रिटर्न आपके निवेश समय क्षितिज और वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप है.
एक्सपर्ट की सलाह है कि आवश्यकतानुसार लंबी अवधि के निवेश के साथ ही कुछ पैसे छोटे फंड्स में और बैंकों में भी रखें, जिससे इमरजेंसी के समय आपके पैसे आपके काम आ सकें. जिसमें छोटी अवधि के म्यूचुअल फंड आदि शामिल हैं.
अनुशासित जीवनशैली बनाए रखने से आप स्वस्थ रह सकते हैं और विभिन्न बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो सकते हैं. इसी तरह, यह सुनिश्चित करके कि आप एक मजबूत वित्तीय योजना बनाते हैं और अनुशासित तरीके से उसका पालन करते हैं, आप अपने पोर्टफोलियो को स्वस्थ रखने और अस्थिर निवेश वातावरण से लड़ने में सक्षम होंगे.