रिटायरमेंट जीवन का अहम पड़ाव होता है. इस दौर में आमदनी कम या फिर खत्म हो जाती है, जबकि खर्च लगातार बढ़ता है. यदि आपने इसकी ठीक से प्लानिंग नहीं की, तो यह आपके लिए डरावना हो सकता है. दूसरी ओर, आपने शुरू से ही इसकी अच्छे से तैयारी की है तो यह दौर आपके लिए खुशनुमा हो सकता है.
बढ़ते मेडिकल खर्च और ऊंची जीवन प्रत्याशा के कारण काफी सावधानी से रिटायरमेंट की प्लानिंग करना बेहद महत्वपूर्ण है. RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, 2031 तक 65 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 50 फीसदी लोग बच्चों पर निर्भर होंगे, न कि अपनी जमा पूंजी पर. यदि आप इस स्थिति से बचना चाहते हैं, तो आपको रिटायरमेंट के बाद नियमित आमदनी की जरूरत होगी. इसके लिए एन्युटी प्लान (annuity plan) को चुन सकते हैं.
सरल शब्दों में कहें तो एन्युटी प्लान में आप एक बार मोटी राशि के निवेश से पूरे जीवनभर निश्चित राशि प्राप्त करते हैं. कुछ एन्युटी प्लान ऐसे होतें हैं जो मृत्यु के बाद आपके पति या पत्नी को पेंशन देते रहते हैं. कुछ प्लान में पूरे निवेश को आपके बाद बच्चों को दे दिया जाता है.
तो आइए जानते हैं इन एन्युटी प्लान के बारे में.
इस प्लान के तहत, निवेश के तुरंत बाद ही आपको नियमित राशि मिलनी शुरू हो जाती है. जो रिटायर होने जा रहे हैं, उनके लिए यह अच्छा विकल्प है. यदि आप अभी विभिन्न निवेश विकल्पों के जरिए रिटायरमेंट फंड तैयार कर रहे हैं, तो रिटायरमेंट के बाद इनसे प्राप्त राशि का उपयोग एन्युटी प्लान में कर सकते हैं. इसमें मासिक, तिमाही या वार्षिक आधार पर नियमित आय प्राप्त की जा सकती है.
इसमें निवेश की निश्चित अवधि के बाद नियमित भुगतान प्राप्त होता है. यह विकल्प उन लोगों के लिए बेहतर है जो अभी रिटायरमेंट से दूर हैं.
इस योजना में एन्युटी प्लान की पूरी अवधि में नियमित भुगतान को फिक्स कर दिया जाता है. इसमें प्लान की अवधि भी तय होती है. यदि इस अवधि में बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को तय राशि दी जाती है.
इसमें भुगतान की राशि निश्चित नहीं होती और यह मार्केट से लिंक होता है. इसमें थोड़ा जोखिम जुड़ा होता है. बाजार के प्रदर्शन के मुताबिक आपको रिटर्न मिलता है.
इस प्लान में यदि आपकी मृत्यु हो जाती है तो आपकी पत्नी को जीवनभर एन्युटी मिलता रहता है. जो एक आमदनी पर निर्भर हैं, उनके लिए यह बेहतर विकल्प हो सकता है.
वैसे तो एन्युटी प्लान में तय और मियादी भुगतान प्राप्त होता रहता है, कुछ प्लान ऐसे होते हैं जिसमें प्लान लेने वाले की मृत्यु होने पर उसके नॉमिनी को एन्युटी प्लान की खरीद कीमत को लौटा दिया जाता है. यह विकल्प सिंगल लाइफ और ज्वाइंट लाइफ योजनाओं में उपलब्ध होता है.
(लेखक पॉलिसीबाजार के इन्वेस्टमेंट्स हेड हैं. ये उनके निजी विचार हैं)