Financial Habits: आप जानते ही होंगे कि आपको सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, अपने बिल समय से चुकाने चाहिए, अपने बैंक के स्टेटमेंट चेक करते रहने चाहिए और जितना हो सके पैसों की बचत करनी चाहिए. लेकिन क्या सिर्फ यही काफी है? ये बातें पैसों को लेकर बेहद साधारण बातें हैं. सिर्फ इन्हीं के बल पर आप बहुत दूर तक नहीं जा सकते हैं. लेकिन हमें जानना होगा कि ऐसी ही छोटी छोटी चीजों का ख्याल रखकर हमें आगे बढ़ना होगा. हमें अपने जीवन में कुछ आदतों को शुमार करना होगा जो हमारी आर्थिक तरक्की का रास्ता प्रशस्त करेंगी.
लगन के साथ बजट बनाएं
बात जब खर्च की आती है तो कई लोग बिना सोचे समझे खर्च करते हैं. जब उन्हें सैलरी मिलती है तो वो उन बिलों को चुकाते हैं. ऐसा करने के बाद जब कुछ पैसे बचते हैं तो वो या तो उन्हें खर्च कर देते हैं या बचाते हैं.
जब तक वो अपना बजट नहीं तैयार करेंगे तब तक वह नहीं जान पाएंगे कि उनका पैसा कहां जा रहा है और कितना पैसा बेवजह खर्च हो रहा है.
इसके उलट कुछ लोग अपना हर महीने का बजट तैयार करते हैं. उसके हिसाब से वो अपने पैसों का आवंटन करते हैं और हर महीने बचत कर पाते हैं.
आप बजट तैयार करके अपने खर्चों को ट्रैक कर सकते हैं और उसके हिसाब से अपने पैसों का आवंटन कर सकते हैं. याद रहे कि हर महीने आपका बजट एक जैसा नहीं रह सकता है.
निवेश को लेकर समझ बढ़ाएं
एक बार जब आप बेसिक समझ जाएंगे जैसे इमरजेंसी फंड तैयार करना, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस रखना तो इसके बाद का कदम आता है निवेश.
बैंक अकाउंट में काफी सारा रखा पैसा बिल्कुल वैसा है जैसे आपके किचन में दावत के लिए रखे मसाले. जब तक आप उनका इस्तेमाल नहीं करेंगे तब तक आप कुछ स्वादिष्ट नहीं इंज्वॉय कर पाएंगे.
पहली बार निवेश करने में थोड़ा डर लग सकता है. लेकिन आप हर हफ्ते थोड़ा थोड़ा पढ़ने की आदत डालेंगे, तो आप निवेश को लेकर एक समझ बना पाएंगे कि ये कैसे काम करता है. आप समझ पाएंगे कि आपके अंदर कितनी रिस्क लेने की क्षमता है.
आप कैसे अपने अलग फाइनेंशियल गोल के लिए कैसे निवेश करें. इसलिए शुरू करने से पहले निवेश से जुड़े शब्दों के बारे में जानना जरूरी है.
अच्छा कर्ज लें
हां, ये एक अच्छी सलाह है कि हमें कर्ज लेने से बचना चाहिए. हालांकि सभी कर्ज बुरे नहीं होते हैं. जिंदगी के कुछ चरणों में तरक्की करने के लिए कर्ज लेना आवश्यक हो जाता है. लेकिन इसमें प्रमुख रूप से अच्छे और बुरे कर्ज का अंतर होता है.
अगर आपके कर्ज लेना मकसद खर्च करना है जैसे क्रेडिट कार्ड से डिजाइनर कपड़े लेना तो ये बुरे कर्ज का उदाहरण है. लेकिन आप अपने व्यापार के लिए, स्टार्टअप के लिए या एजुकेशन लोन ले रहे हैं तो ये अच्छा है.
ये आपको लॉन्ग टर्म में कमाने में मदद करेगा और आपकी संपत्ति में इजाफा करेगा.
पहले बचत करें फिर खर्च करें
आज के दौर में ये सच है कि खर्च करने की आदत में इजाफा हो रहा है. आप जिंदगी में आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं तो आपका विलासता में खर्च करना ठीक है.
अगर आपको घड़ियों का शौक है तो आप अपना कलेक्शन बना सकते हैं लेकिन इसके लिए पहले पैसों की बचत करें. कभी पहले खर्च करके फिर पैसे बचाने की गलती कभी न करें. खासकर तक जब आप हर महीने पैसे ही नहीं बचा पा रहे हो.
क्वालिटी को महत्व दें अधिकता को नहीं
आर्थिक रूप से विवेकपूर्ण होने का मतलब यह नहीं है कि कंजूस होना या कभी भी महंगी चीजें न खरीदना. उन चीजों में निवेश करना जो आपके जीवन में मूल्य जोड़ते हैं, भले ही वे उस सस्ते विकल्प से अधिक खर्च कर सकते हैं जिसे लगातार बदलना पड़ता है.
ना कहना सीखें
मान लीजिए, एक दोस्त एक फैंसी वीकेंड का सुझाव देता है जिसके लिए आपके पास महीने के बजट में कोई जगह नहीं है. क्या आप हां कहने के लिए खुद को बाध्य महसूस करेंगे, या आप अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उस प्रस्ताव को ठुकरा देंगे?
खुद को ना कहना भी उतना ही जरूरी है जितना दूसरों को ना कहना. अपनी चाहतों को अपनी जरूरतों से अलग करने से आप अपने साधनों के भीतर रह सकते हैं और लंबे समय में आर्थिक रूप से जीत सकते हैं.
(लेखक एक मशहूर वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी के निदेशक हैं. ये उनके निजी विचार हैं.)
सुभो मलिक