How much Should You Allocate to Value Mutual Funds?: म्यूचुअल फंड इंवेस्टमेंट के एक्सपर्ट्स मानते हैं कि, लंबी अवधि के वित्तीय नियोजन के नजरिए से, निवेशकों को अलग-अलग शैलियों और बाजार पूंजीकरण की पांच से छह स्कीम्स के मिश्रण के माध्यम से एक विविध इक्विटी पोर्टफोलियो बनाना चाहिए. इसमें से, एक वैल्यू फंड होना चाहिए, जिसे एक एंकर फंड बनाएं और अपने कुल एक्सपोजर का 20-25% ऐसे फंड में निवेश करना चाहिए. इन फंड्स में सिर्फ लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए, क्योंकि लंबी अवधि के निवेश क्षितिज होने से निवेशकों को बाजार की अस्थिरता और अन्य जोखिमों को कम करने में मदद मिलेगी.
ये फंड ऐसे शेयरों की तलाश करते हैं जो वर्तमान में किसी कारण से डिस्काउंट पर कारोबार कर रहे हैं लेकिन लंबी अवधि में ग्रोथ की क्षमता रखते हैं. वेल्यू फंड्स का एक्सपेंस रेशियो 1.5% से 3% की रेंज में हैं और इसे ज्यादा रिस्की कैटेगरी माना जाता हैं.
– आपको अच्छी कंपनियों के अपेक्षाकृत सस्ते शेयरों का पोर्टफोलियो बनाने में मदद करते हैं.
– अच्छे सौदों की तलाश करने का मौका देते है, यानी बाजार के एक हिस्से तक सीमित नहीं रहते हैं.
– 7 साल के अधिक वक्त के लिए इनमें निवेश आदर्श माना जाता हैं.
वेल्यू फंड्स ने पिछले एक साल में 50% से 90% तक रिटर्न प्रदान किया हैं, वहीं तीन साल में इनका रिटर्न 20-30% की रेंज में रहा हैं. पिछले पांच साल में वेल्यू फंड्स ने 15-20% के बीच रिटर्न दिया हैं.
यदि आप पांच साल से कम अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो ऐसे फंड में निवेश करने से दूर रहना चाहिए, क्योंकि ये फंड्स आउट-ऑफ-वे जाकर कुछ ऐसे स्टोक्स में पैसा लगाते हैं, जहां से पोजिटिव रिटर्न मिलने में वक्त लगता हैं, इसलिए शॉर्ट-टर्म टार्गेट को हासिल करने के लिए वेल्यू फंड्स का इस्तेमाल करने से दूर रहें. आउट-ऑफ-फ़ेवर स्टॉक में निवेश करने का मतलब है कि उन्हें रिटर्न देने में समय लग सकता है, इसलिए आपको लॉन्ग-टर्म के लिए ही ऐसे फंड्स में निवेश करना चाहिए.
चूंकि वैल्यू फंड आक्रामक इक्विटी फंडों का एक वर्ग है, यह जोखिम से डरने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं है. ये फंड उन निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त हैं जो निवेश के प्रति आक्रामक दृष्टिकोण रखते हैं.