फाइनेंशियल टेक्नॉलजी स्टार्टअप जेस्टमनी (ZestMoney) को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) से कॉरपोरेट एजेंट का लाइसेंस मिल गया है. इसके तहत कंपनी मुख्य तौर पर टियर-2 और टियर-3 ग्राहकों को ‘सैशे’ (छोटे साइज के) इंश्योरेंस मुहैया कराएगी.
जेस्टमनी के 1.1 करोड़ ग्राहकों में से 70 फीसदी मेट्रो शहरों के नहीं हैं. इसी आधार पर IRDAI ने इसे यह लाइसेंस दिया है.
9 इंश्योरेंस कंपनियों से होगी डील
मनीकंट्रोल डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, जेस्टमनी फिलहाल 12 बीमा कंपनियों से बात कर रही है. इनमें से 9 के साथ वह फाइनल एग्रीमेंट करेगी. बीमा कंपनियां इसके साथ मिलकर स्कीमें तैयार करेंगी, जिन्हें जेस्टमनी के बाय नाउ पे लेटर (BNPL) प्रोडक्ट्स के साथ बेचा जाएगा. इसके बदले उसे इंश्योरेंस फर्मों से डिस्ट्रिब्यूशन फीस मिलेगी.
बेंगलुरू की जेस्टमनी के निवेशकों में गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs), कोना कैपिटल (Quona Capital), शाओमी (Xiaomi), अल्टीरिया कैपिटल (Alteria Capital) शामिल हैं. कंपनी मुख्य रूप से BNPL क्रेडिट सेगमेंट से काम करती आई है. इंश्योरेंस एग्रीमेंट होने के साथ वह पॉलिसी बाजार (PolicyBazaar), एमेजॉन पे (Amazon Pay), पेटीएम मनी (Paytm Money) और लेंडिंगकार्ट (Lending जैसे प्लेटफॉर्म्स की श्रेणी में शामिल हो जाएगी, जो ऑनलाइन इंश्योरेंस की सुविधा देते हैं.
डिजिटल इंश्योरेंस के क्षेत्र में इंश्योरेंस ब्रोकर पॉलिसी बाजार सबसे आगे है. बीमा योजनाओं की बिक्री के मामले में इसका मार्केट शेयर 93.4 प्रतिशत है. एमेजॉन पे को 2019 में कॉरपोरेट एजेंट लाइसेंस मिला था. वहीं, पेटीएम ने कॉरपोरेट एजेंट लाइसेंस छोड़ने के बाद मार्च 2020 में इंश्योरेंस ब्रोकिंग लाइसेंस हासिल किया था.