हमारे माता-पिता ने पूरा जीवन हमारे सुरक्षित और स्वस्थ्य भविष्य का निर्माण किया. हमारा भी फर्ज बनता है कि उनकी बुजुर्गावस्था में हम उन्हें ऐसा ही एक सुरक्षा विकल्प प्रदान कर सकें. इनके लिए स्वास्थ्य और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का एक आदर्श तरीका स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी (health insurance policy) है. हालांकि इन हेल्थ इंश्योरेंस (health insurance) को खरीदते समय कुछ बिंदु पर ध्यान देना जरूरी है.
अधिकतम प्रवेश आयु
पॉलिसी लेते वक्त अधिकतम प्रवेश आयु को लेकर ध्यान देना चाहिए. कुछ पॉलिसियों की अधिकतम आयु 60-65 वर्ष है और कभी-कभी यदि आपकी आयु 50 वर्ष से अधिक है तो अतिरिक्त शर्तें भी जोड़ दी जाती हैं. अधिकांश बीमाकर्ता 80 वर्ष से अधिक आयु वालों को स्वास्थ्य बीमा देने से कतराते भी हैं. दूसरी ओर, कई ऐसे भी हैं जिनकी पॉलिसी के लिए अधिकतम आयु सीमा नहीं है.
बीमा राशि
हेल्थ इंश्योरेंस (health insurance) खरीदते वक्त आपको सबसे पहले कुल बीमा राशि भी देखनी चाहिए.माता-पिता के लिए पॉलिसी खरीदते समय इस पर विचार जरूरी है क्योंकि जैसे-जैसे आप बड़े होते जाते हैं, चिकित्सा खर्च बढ़ने की संभावना होती है. इसलिए बीमित राशि जितनी अधिक होगी, उतना ही अच्छा होगा।
पहले से मौजूद बीमारी/चिकित्सा स्थिति:
पहले से मौजूद चिकित्सा स्थितियां वे हैं जो पॉलिसी खरीदते समय मौजूद होती हैं (जैसे डायबिटीज, हाई बीपी, आदि). बीमा कंपनी इनके लिए अस्पताल में भर्ती होने के दावे को अस्वीकार कर सकती है यदि वह प्रतीक्षा अवधि के भीतर आती है. हालांकि, प्रतीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद इस तरह के दावे से इनकार भी नहीं किया जा सकता. इसलिए कम प्रतीक्षा अवधि वाली नीतियां चुनना है.
अस्पताल
बीमा पॉलिसी द्वारा कवर अस्पतालों का नेटवर्क भी सोचना जरूरी है. माता-पिता की उम्र और गतिशीलता को देखते हुए आपात स्थिति में तत्काल उपचार होना चाहिए. इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पॉलिसी माता-पिता के आवास के पास बड़ी संख्या में मौजूद अस्पतालों को कवर करें.
प्रीमियम
प्रीमियम कई बातों पर आधारित होता है. अधिक आयु और पहले से मौजूद स्थितियों के बारे में प्रीमियम अधिक हो सकता है. हालांकि एक अच्छी हेल्थकेयर पॉलिसी में मासिक, त्रैमासिक या छमाही आधार पर प्रीमियम का भुगतान करने का विकल्प होता है. इससे वित्तीय बोझ को कम करने में मदद मिलेगी.
पॉलिसी को समझना
पॉलिसी लेने से पहले इसकी अच्छी समझ होनी चाहिए. यह पता होना चाहिए कि इससे अधिकांश जरूरतें पूरी हो रही हैं. सभी खंडों को ध्यान से देखना और यह देखना महत्वपूर्ण है कि क्या वे आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप हैं.
को-पेमेंट क्लॉज
कई पॉलिसियों में को-पेमेंट क्लॉज होता है – जिसका मतलब है पॉलिसीधारक को मेडिकल खर्च का एक हिस्सा अपनी जेब से देना. आपको पहले से पता होना चाहिए कि यह कितना होगा और इसके लिए तैयारी करें?
(लेखक फ्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस के सीओओ हैं। साथ ही यहां व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं)