एक से अधिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहते हैं? जानिए इसके फायदे और नुकसान

किसी के लिए भी आइडियली दो हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियां, एक इंडीविजुअल और एक ग्रुप पॉलिसी काफी है.

  • Team Money9
  • Updated Date - August 21, 2021, 10:28 IST
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हमेशा पुरानी पॉलिसी से पहले क्लेम करें, क्योंकि पुरानी पॉलिसी में वेटिंग पीरियड पहले पूरा होने की संभावना है. PC: Pixabay

हमेशा पुरानी पॉलिसी से पहले क्लेम करें, क्योंकि पुरानी पॉलिसी में वेटिंग पीरियड पहले पूरा होने की संभावना है. PC: Pixabay

Insurance policy: हमारे देश में मेडिकल ट्रीटमेंट की कॉस्ट लगातार बढ़ती जा रही है और इस महामारी ने हममें से ज्यादातर लोगों का ध्यान इस ओर खींचा है. यहां तक कि आज के समय में 5 लाख रुपये का इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान भी काफी नहीं है. यही वजह है कि आज के समय में कई लोगों के पास मल्टीपल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज होती हैं. अधिकांश नौकरीपेशा लोगों के लिए एक इंडिविजुअल पॉलिसी और दूसरी ग्रुप पॉलिसी काफी है. कुछ लोगों के पास दो से ज्यादा पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियां हो सकती हैं.

लेकिन हम में से कितने लोग जानते हैं कि एक ही समय में कई हेल्थ पॉलिसीज से क्लेम किया जा सकता है? लेकिन ऐसा करने के लिए आपको कुछ खास बातों का ख्याल रखना होगा. Money9 आपके लिए एक गाइड लेकर आया है, ये समझाने के लिए कि कैसे कोई एक से अधिक पॉलिसियों का इस्तेमाल एक ही समय पर क्लेम के लिए कर सकता है.

मल्टीपल पॉलिसी

एक्सपर्ट्स का मानना है कि आजकल एक ही पॉलिसी होना आपके हेल्थ कवरेज के लिए काफी नहीं है. आपके पास ग्रुप पॉलिसी सहित मल्टीपल पॉलिसी होनी चाहिए. यदि आपके पास मल्टीपल हेल्थ पॉलिसी है, तो फिर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आप सिंगल क्लेम के लिए मल्टीपल पॉलिसी का इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे कि आपके एंप्लॉयर की ग्रुप पॉलिसी, आपकी इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी और आपकी टॉप-अप हेल्थ पॉलिसी.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि बढ़ती मेडिकल कॉस्ट को ध्यान में रखते हुए, यदि ज्यादा इंश्योरेंस अमाउंट की जरूरत है और एक पॉलिसी इसके लिए पर्याप्त नहीं लगती है, तो पॉलिसी होल्डर अलग-अलग इंश्योरर से मल्टीपल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हैं.

यदि आपके पास दो पॉलिसी हैं, तो आपको उस पॉलिसी को चुनने का अधिकार है जिसके तहत आप पहले क्लेम करना चाहते हैं. यदि क्लेम अमाउंट उस पॉलिसी के तहत सम इंश्योर्ड से ज्यादा है जिसके द्वारा आपने पहला क्लेम किया है, तो आप दूसरी पॉलिसी पर बैलेंस बिल अमाउंट का क्लेम कर सकते हैं.

बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के एक अधिकारी ने बताया कि आपको दोनों कंपनियों को क्लेम करने से पहले एक इस बारे में इन्फॉर्म करना होगा.

कितनी पॉलिसीज खरीदने की है इजाजत

कोई भी व्यक्ति कितनी भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकता है, इसकी कोई लिमिट नहीं है, लेकिन एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि पर्याप्त बीमा राशि के लिए अधिकतम तीन पॉलिसियां काफी हैं. इन तीनों में से एक ग्रुप पॉलिसी होनी चाहिए जो आपके एंप्लॉयर द्वारा ऑफर की जा सकती है और बाकी दो इंडिविजुअल होनी चाहिए. लेकिन अगर आपके पास एक इंडिविजुअल और एक ग्रुप पॉलिसी है तो ये भी काफी है. कोई व्यक्ति कितनी भी पॉलिसी खरीद सकता है, इस पर कोई रोक नहीं है.

क्लेम कैसे करें

मान लीजिए कि एक व्यक्ति के पास 1 लाख रुपये और 2 लाख रुपये की दो हेल्थ पॉलिसी हैं और वो 50,000 रुपये का क्लेम करता है. इस सिनेरियो में इंश्योरर 16,666 रुपये (1 लाख सम इंश्योर्ड) और 33,333 रुपये (2 लाख सम इंश्योर्ड) का भुगतान करेंगे. ऑनलाइन इंश्योरेंस एग्रीगेटर, पॉलिसीएक्स के फाउंडर नवल गोयल ने कहा, “यदि पॉलिसियां दो अलग-अलग बीमा कंपनियों की हैं, तो दोनों कंपनियों को दूसरी
पॉलिसी के बारे में सूचित करने की आवश्यकता है.” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करना जरूरी है, वरना आपका क्लेम रिजेक्ट हो सकता है क्योंकि पॉलिसियों का खुलासा न करना नियम का उल्लंघन है.

उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 3 लाख रुपये और 2 लाख रुपये की बीमा राशि वाली दो हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियां हैं और आप 1.5 लाख रुपये का क्लेम करना चाहते हैं, तो आपको दोनों में से किसी एक पॉलिसी को चुनने का अधिकार है. हालांकि, अगर टोटल क्लेम अमाउंट 4 लाख रुपये है, तो इंश्योरर सम इंश्योर्ड के बराबर अनुपात
में क्लेम को सेटल करने का विकल्प चुन सकते हैं.
कोलकाता स्थित एक हेल्थ इंश्योरेंस एजेंट रिंकू बनर्जी, जो 250 क्लाइंट से ज्यादा को संभालती हैं, ने कहा, “आपको दूसरे इंश्योरर के पास जाने से पहले फर्स्ट इंश्योरर से क्लेम सेटलमेंट समरी और सर्टिफाइड बिल लेने होंगे.

ध्यान दें

आपको पहले टोटल क्लेम अमाउंट और अपनी विभिन्न पॉलिसियों पर अवेलेबल सम इंश्योर्ड की जानकारी होनी चाहिए. चेक करें कि क्या डिडक्टिबल्स या को-पेमेंट के लिए कोई क्लॉज मौजूद है. को-पेमेंट क्लॉज के तहत, क्लेम अमाउंट का कुछ प्रतिशत पॉलिसी होल्डर को देना पड़ता है, जबकि डिडक्टिबल क्लेम अमाउंट पर डिडक्शन के फिक्स्ड अमाउंट को रेफर करता है, जिसका पेमेंट इंश्योरर करेगा.

कैशलेस फर्स्ट

रिंकू बनर्जी ने कहा, “हमेशा पुरानी पॉलिसी से पहले क्लेम करें, क्योंकि पुरानी पॉलिसी में वेटिंग पीरियड पहले पूरा होने की संभावना है. यदि आपके पास अपने एंप्लॉयर से एक और एक  इंडिविजुअल पॉलिसी है तो यह सलाह दी जाती है कि एंप्लॉयर द्वारा दी जाने वाली पॉलिसी का इस्तेमाल पहले करें, बाद में इंडिविजुअल पॉलिसी का इस्तेमाल करें.

यदि आपके पास एक ही कैशलेस फैसिलिटी वाली दो पॉलिसीज हैं, तो अस्पताल आपको केवल एक पॉलिसी पर कैशलेस का ऑप्शन दे सकता है और बचे हुए अमाउंट को आपको पे करने के लिए कह सकता है, जिसे आप बाद में रिम्बर्स करा सकते हैं. इस स्थिति में आपको पहले अपने इंश्योरर से संपर्क करना चाहिए फिर आगे बढ़ना चाहिए.

पहले कैशलेस क्लेम फैसिलिटी वाली पॉलिसी इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, ताकी आपको अपनी जेब से भुगतान न करना पड़े और फिर जरूरत होने पर दूसरी पॉलिसी द्वारा सरप्लस अमाउंट रिम्बर्स करा सकते हैं.

Published - August 21, 2021, 10:26 IST