बीमा पॉलिसी के मामले में किरकिरी होने पर ये सफाई दी HDFC ERGO ने

Vehicle Insurance Policy: HDFC ERGO ने कहा था की 150 सीसी इंजन से ऊपर की मोटर साइकिल की सवारी करते समय लगी चोट को कवरेज से बाहर रखा गया है.

common mistakes in third party two wheeler insurance claim process

pixabay: एचडीएफसी एर्गो की चिट्ठी ट्वीटर पर आ गई और उस पर कंपनी को बुरा-भला कहते हुए री-ट्वीट की बाढ़ सी आ गई. अब कथित रूप से एचडीएफसी एर्गो की तरफ से एक और चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

pixabay: एचडीएफसी एर्गो की चिट्ठी ट्वीटर पर आ गई और उस पर कंपनी को बुरा-भला कहते हुए री-ट्वीट की बाढ़ सी आ गई. अब कथित रूप से एचडीएफसी एर्गो की तरफ से एक और चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

Vehicle Insurance Policy: 150 सीसी से ज्यादा शक्तिशाली बाइक से दुर्घटना पर बीमा क्लेम अस्वीकर किये जाने पर सोशल मीडिया पर किरकिरी के बाद एचडीएफसी एर्गो ने सफाई दी है कि उसने बाइक इंश्योरेंस के नियम और शर्तों को संशोधित किया है. उसने आगे कहा कि कंपनी ने पुराने वाहन बीमा उत्पाद को वापस ले लिया है और वर्तमान पॉलिसी में टू-व्हीलर्स में क्यूबिक सेंटिमीटर (सीसी) वाला कोई प्रतिबंध नहीं है.

एक व्यापक मोटर बीमा पॉलिसी आमतौर पर व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा के तहत मालिक-चालक को कवर करती हैं. सह-यात्री अगर हो तो साधारण बीमा से उसे बाहर रखा गया है. सह-यात्री को कंप्रीहेनिसिव बीमा में एड-ऑन के तहत कवर किया जा सकता है.

ये कहा कंपनी ने

व्यक्तिगत दुर्घटना कवरेज के तहत मौत के मामले में क्लेम देने से इनकार करते हुए एचडीएफसी एर्गो ने कहा था की 150 सीसी इंजन से ऊपर की मोटर साइकिल की सवारी करते समय लगी चोट को कवरेज से बाहर रखा गया है.

एचडीएफसी एर्गो ने कहा कि, ”हम आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं. आपके दावे को अस्वीकर करने का आधार नीचे संक्षिप्त में दिया जा रहा है.“

”जमा किए गए दस्तावेजों के मुताबिक बीमित व्यक्ति की मृत्यु 19.04.2020 को सिर में चोट लगने से हुई. बीमित व्यक्ति 346 सीसी की बाइक चला रहा था और पॉलिसी की नियमों और शर्तों के मुताबिक 150 सीसी से ऊपर मोटर साइकिल या स्कूटर चलाने के दौरान या उसके परिणाम स्वरूप होने वाली शारीरिक चोट के लिए जनरल एक्सक्लूजन क्लॉज 8 के तहत कंपनी क्लेम देने को बाध्य नहीं है.

एचडीएफसी एर्गो की चिट्ठी ट्वीटर पर आ गई और उस पर कंपनी को बुरा-भला कहते हुए री-ट्वीट की बाढ़ सी आ गई. अब कथित रूप से एचडीएफसी एर्गो की तरफ से एक और चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

“हमारे किसी भी बीमा प्रोडक्ट के तहत दी जा रही व्यक्तिगत दुर्घटना कवरेज मौजूदा मार्केट में मौजूद प्रोडक्ट की तरह ही है.  इसमें 150 सीसी से ज्यादा क्षमता वाले इंजन पर किसी तरह की रोक नहीं है.“

एचडीएफसी की कथित चिट्ठी के मुताबिक सीसी वाला पुराना प्रतिबंध उन दिनों बीमा बाजार में जारी परंपरा के मुताबिक था.  “कंपनी ने 1 अक्टूबर , 2020 से वो पुराना प्रोडक्ट बाजार से हटा लिया है.

नये व्यक्तिगत वाहन बीमा में इस तरह के एक्सक्लूजन क्लॉज नहीं हैं।“ अक्टूबर 18 को एचडीएफसी एर्गो की चिट्ठी के मुताबिक, “कंपनी के वर्तमान पर्सनल एक्सिडेंट कवरेज में टू-व्हीलर्स में सीसी को लेकर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है.“

इस बीच, मनीकंट्रोल.कॉम में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक एचडीएफसी एर्गो के प्रवक्ता ने कहा, “सोशल मीडिया पर जो मामला वायरल हो रहा है वो पुराना है.

असल में उस मामले में ग्राहक को क्लेम के पैसे मिल भी चुके हैं. ये विशेष एक्सक्लूजन अक्टूबर 2020 में कंपनी के सभी बीमा प्रोडक्ट से हटा दिए गए हैं.

हम अपने मौजूदा और नये ग्राहकों को ये आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारी पर्सनल एक्सिडेंट पॉलिसी हर तरह की बाइक को कवर करती है चाहे वो किसी भी क्यूबिक सेंटिमीटर कैपेसिटी की हों.

हमें इस बात पर गर्व है कि हमारा क्लेम सेटेलमेंट अनुपात बीमा इंडस्ट्री में सबसे बेहतर है. अब तक हमने बीमा इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा बीमा क्लेम सेटल किए हैं.

हम इस बेंचमार्क को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध और लगातार प्रयत्नशील हैं ताकी हम ग्राहकों की जरूरतों को और मार्केट में हो रहे बदलाव के अनुरूप खुद को ढालते रहें.

Published - October 23, 2021, 12:42 IST