Travel Insurance: कोरोना ने पूरी दुनिया में यात्राओं को प्रभावित किया है. हालांकि सरकार के द्वारा तेजी से होती वैक्सिनेशन के कारण उम्मीद की कुछ किरण दिखाई दे रही है. बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. घूमने और छुट्टियां मनाने का दौर फिर शुरू हो गया है. नियमों और पाबंदियों के साथ पर्यटकों के लिए घूमने की जगहों को खोल दिया गया है. ट्रैवल में रोड ट्रिप्स सबसे पसंदीदा मानी जाती हैं. ये महामारी का दौर है, जरूरी है कि सफर के दौरान सुरक्षा का खासा ध्यान रखा जाए. कोरोना के खतरे को टालने के लिए हर तरह के सुरक्षात्मक उपायों का ध्यान करना जरूरी है. आइए जानते हैं कि रोड ट्रिप Travel Insurance क्या है?
आपकी ट्रिप अगर टल जाए तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. खासकर आज के हालात भी जिम्मेदार हो सकते हैं, अगर आपके पास पहले से बुक नॉन-रिफंडेबल वेकेशन पैकेज आदि हो, तो आपके लिए आर्थिक रूप से नुकसान हो सकता है.
लेकिन इन हालातों में आपके पास ट्रैवल इंश्योरेंस है तो, इंश्योरेंस कंपनी आपके होने वाले खर्च की क्षतिपूर्ति कर सकती हैं. कैंसिलेशन कवर के तहत होटल बुकिंग और कार किराए के लिए दिए गए भुगतान आते हैं.
अगर आप सफर करने से पहले एक अच्छा ट्रैवल इंश्योरेंस खरीदते हैं तो ये आपका ट्रिप के दौरान होने वाली मेडिकल इमरजेंसी का भी ख्याल रखेगा. जैसे दुर्घटना, चोट और थर्ड पार्टी को होने वाले अन्य नुकसान आदि.
रोड ट्रिप के दौरान अगर आप किसी मेडिकल इमरजेंसी के चलते अस्पताल में एडमिट होने की नौबत आती है तो रोड ट्रिप ट्रैवल इंश्योरेंस आपके इलाज या एक्सीडेंट में आने वाले खर्च की भरपाई करेगा.
आमतौर पर, ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत आपको होटल में चेक-इन करने के साथ ही कवरेज मिलना शुरू हो जाता है.
लेकिन रोड ट्रिप के मामले में आपको कवरेज तभी मिल जाता है, जब आपकी यात्रा रोड पर शुरू हो जाती है. रोड ट्रिप में टाइम लगता है, इसलिए पूरी ट्रिप का कवरेज मिलना जरूरी हो जाता है.
यात्रा के दौरान सामान खो जाने के कारण होने वाला नुकसान आम बात है. ट्रैवल इंश्योरेंस में आपको सामान और जरूरी डॉक्यूमेंट का कवरेज देता है.
इंश्योरेंस रेगुलरेटरी और डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDAI) देश की एक इंश्योरेंस रेगुलरेटरी बॉडी है. जो आम लोगों को इंश्योरेंस से जुड़ी जरूरी जानकारियां देती है.
उनके मुताबिक, ट्रैवल इंश्योरेंस को लेकर प्लानिंग तभी कर लें, जब आप बाकी चीजों की भी प्लानिंग कर रहे हों तो.
सिर्फ यही नहीं, सावधानी और पूरी सच्चाई के साथ पर्सनल फॉर्म को भरें. साथ ही उसके लिए जरूरी मेडिकल टेस्ट और रिपोर्ट आदि को भी दाखिल करें.
अगर आप अपनी किसी मेडिकल कंडीशन को छिपाते हैं, तो क्लेम के वक्त आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.