बेटियां परिवार की सबसे खास सदस्य होती हैं जिन्हें माता-पिता, दादा-दादी और भाई-बहन बहुत प्यार करते हैं. उनका बहुत ख्याल रखा जाता है और बहुत प्यार से उनकी परवरिश की जाती है. डॉटर्स डे के माध्यम से पेरेंट्स उन्हें एहसास कराते हैं कि वे उनके लिए कितनी खास हैं. हर परिवार अपनी बेटियों को सुरक्षित माहौल और प्यार देने की पूरी कोशिश करता है. कई तरह के इंश्योरेंस प्लान हैं जो फाइनेंशियल और हेल्थ के नजरिए से आपकी बेटी के जीवन को और बेहतर बना सकते हैं.
माता-पिता अपनी बेटियों के लिए कई तरह के प्लान खरीद सकते हैं, जो उनकी जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करके जीवन के विभिन्न स्टेज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. सबसे पहले, हेल्थ प्रोटेक्शन आपकी बच्ची के लिए जरूरी है क्योंकि आपकी हाल में पैदा हुई बेटी को नियमित अंतराल पर डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता होती है. कभी-कभी उसे किसी कारण से मेडिकल ऑब्जरवेशन की जरूरत भी हो सकती है.
इस तरह माता-पिता को अपनी बच्ची को फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में शामिल करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जरूरत के समय उसे मेडिकल फैसिलिटी और ट्रीटमेंट मिलें. यह प्लान बच्ची के जीवन के लिए ढाल की तरह काम करेगा. उसके मेडिकल एक्सपेंस पर होने वाले खर्च से माता-पिता को भी राहत देगा. इस पैसे का इस्तेमाल वे बेटी की अन्य खास जरूरत पूरा करने के लिए कर सकते हैं.
फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान बच्चों को प्लान के आधार पर 21 या 25 साल की उम्र तक कवर करता है. लेकिन उसके बाद, बेटी को असुरक्षित नहीं छोड़ा जाना चाहिए क्योंकि मेडिकल इमरजेंसी कभी भी आ सकती है. इसलिए एक इंडिविजुअल हेल्थ प्लान के साथ बेटी के जीवन को सुरक्षित करना बहुत जरूरी होता है, जो उसके जीवन का लंबे समय तक ख्याल रखे.
वास्तव में कई वुमन-स्पेशल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान हैं, जिन्हें खास तौर से महिलाओं की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है. ये कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस प्लान होते हैं, जिनमें महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर बीमारियों का ट्रीटमेंट भी शामिल होता है.
इसके अलावा, कुछ इंश्योरेंस प्लान पैदा हुए बच्चे में जन्मजात विकलांगता (कंजेनिटल डिसएबिलिटी) के मामले में बीमा राशि के 50% का भुगतान भी करते हैं.
2021 के युग में हर माता-पिता का सपना होता है कि वे बेटी को अच्छी एजुकेशन देकर उसे इंडिपेंडेंट, करियर-ओरिएंटेड और फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग बनाएं. चाइल्ड इन्वेस्टमेंट प्लान बच्चों की हायर क्वालिफिकेशन के लिए फंड अरेंज करने के लिए तैयार किए जाते हैं. टॉप यूनिवर्सिटी/कॉलेज और विदेशों में पढ़ाना काफी महंगा होता है और माता-पिता चाहते हैं कि पैसा ऐसे समय में उनके लिए मुश्किल पैदा न करे.
इस तरह, चाइल्ड प्लान यानी सेविंग और इंश्योरेंस प्लान का कॉम्बिनेशन पेरेंट्स को स्ट्रॉन्ग फाइनेंशियल कॉर्पस बनाने में मदद करता है. इसका इस्तेमाल बच्चे की भविष्य की जरूरतों, जैसे कि शिक्षा को पूरा करने के लिए किया जा सकता है. वास्तव में, ये चाइल्ड प्लान बेटी की शादी के लिए फंड इकट्ठा करने में भी मदद करते हैं.
चाइल्ड प्लान में प्रीमियम का भुगतान एक तय समय सीमा के लिए किया जाता है, जो पॉलिसी का टर्म बन जाता है. पॉलिसी का टर्म समाप्त होने के बाद इंश्योरर मेच्योरिटी बेनिफिट के रूप में प्लान की एकमुश्त रकम प्रदान करता है. इसके अलावा, यदि पॉलिसी टर्म के दौरान माता-पिता के साथ कोई दुर्घटना होती है, तो प्लान का पूरा लाइफ कवर अमाउंट नॉमिनी को दिया जाता है, जो भविष्य में बेटी की देखभाल के लिए जिम्मेदार होता है.
इंश्योरेंस प्रोवाइडर बचे हुए पॉलिसी टर्म के लिए भविष्य के सभी प्रीमियम भुगतानों को माफ कर देता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि बेटी का भविष्य हमेशा सुरक्षित रहे. अंत में, प्रत्येक माता-पिता को यह सुनिश्चित करने के लिए टर्म इंश्योरेंस खरीदना चाहिए कि उनकी अनुपस्थिति में बेटी को किसी भी जरूरत के लिए समझौता न करना पड़े. टर्म इंश्योरेंस जो बच्चों की जरूरतों को पूरा करने का वादा करता है, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के उनके सपनों को पूरा करने में उनके जीवन में बड़ी भूमिका निभा सकता है.
(लेखक पॉलिसीएक्स.कॉम के फाउंडर और CEO हैं. ये उनके निजी विचार हैं)