करीब 90% लोगों की आय में किसी न किसी तरह की कमी आई, फाइनेंशियल प्लानिंग हुई प्रभावित: LFI

एकल परिवार को ज्यादा नुकसान हुआ है. उनके लिए इस सूचकांक में 10.5 प्वाइंट की कमी आई है.

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41 फीसदी लोगों ने कोरोना की पहली लहर के दौरान जीवन बीमा लिया, जिसकी वजह से वे दूसरी लहर के बारे में बेहतर प्लान कर पाए.PC: Pixabay

41 फीसदी लोगों ने कोरोना की पहली लहर के दौरान जीवन बीमा लिया, जिसकी वजह से वे दूसरी लहर के बारे में बेहतर प्लान कर पाए.PC: Pixabay

कोई व्यक्ति आर्थिक रूप से किस हद तक आजाद है, Life Freedom Index इसी को मापता है. इसमें शहरी भारतीयों की आर्थिक आजादी, विभिन्न उत्पादों को लेकर उनकी जागरुकता, प्लानिंग वगैरह की माप की जाती है. Life Freedom Index (LFI) की शुरुआत 2011 में हुई थी. यह सर्वे HDFC Life के द्वारा किया जाता है. इसका पिछला संस्करण साल 2019 में आयोजित हुआ था, जहां भविष्य के मद्देनजर कंज्यूमर कॉन्फिडेंस का आंकलन किया गया.

इसमें चार उप-सूचकांक हैं, जिनमें वित्तीय जागरुकता सूचकांक, वित्तीय योजना सूचकांक, वित्तीय पर्याप्तता सूचकांक और वित्तीय आजादी सूचकांक शामिल है. Life Freedom Index से प्राप्त कुछ जानकारियां निम्न हैं:

– साल 2019 की तुलना में साल 2021 के दौरान LFI में 4.8 प्वाइंट की गिरावट आई. इसकी वजह कोविड-19 है. इसकी वजह से वित्तीय पर्याप्तता सूचकांक में काफी ज्यादा गिरावट देखी गई.

– टियर-1 और टियर 2 शहरों के मुकाबले महानगरों में कोविड का असर अधिक पड़ा है.

– एकल परिवार को ज्यादा नुकसान हुआ है. उनके लिए इस सूचकांक में 10.5 प्वाइंट की कमी आई है. हालांकि, संयुक्त परिवार कुछ हद तक स्थिर रहे.

– करीब 90 फीसदी लोगों की आय में किसी न किसी तरह की कमी आई.

– आर्थिक सुस्ती, नौकरी को लेकर अनिश्चितता, कर्ज बढ़ने के डर के कारण वित्तीय तैयारियों में बुरा असर पड़ा है.

फाइनेंशियल प्लानिंग और लाइफ इंश्योरेंस को लेकर जागरुकता बढ़ी

– कोरोना की दो लहरों के दौरान वित्तीय साक्षरता में इजाफा हुआ है.

– वित्तीय स्थिरता के महत्व के पीछे, आकस्मिक परिस्थितियों में अपने जीवन स्तर को बनाए रखने की इच्छा काम कर रही है.

– टर्म इंश्योरेंस की जानकारी रखने वाले लोगों के पर्सेंट में 11 प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई है. साथ ही इनडोवमेंट पॉलिसी के प्रति भी जागरुकता बढ़ी है.

– 41 फीसदी लोगों ने कोरोना की पहली लहर के दौरान जीवन बीमा लिया, जिसकी वजह से वे दूसरी लहर के बारे में बेहतर प्लान कर पाए.

विभिन्न श्रेणियों पर असर

– प्राउड पैरेंट और स्मार्ट वूमन जैसी श्रेणियों में कोविड की वजह से वित्तीय तैयारियों पर असर पड़ा.

-चतुर निवेशक और युवा महत्वाकांक्षी की श्रेणी पर सबसे कम असर पड़ा.

HDFC Life के मार्केटिंग, डिजिटल बिजनेस और ई-कॉमर्स के प्रमुख विशाल सभरवाल का कहना है कि Life Freedom Index वित्तीय जागरुकता को मापने का यंत्र है. बीते सालों में हमने ट्रेंड बदलते देखा है. हम इन दिनों कंज्यूमर कॉन्फिडेंस पर महामारी के असर का आंकलन कर रहे हैं.

Published - August 18, 2021, 03:16 IST