एचडीएफसी एग्रो इंश्योरेंस (Insurance) कंपनी ने जब एक ग्राहक को बीमा देने से इनकार कर दिया तो ये मामला ट्विटर पर पोस्ट हो गया और इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोगों ने इस पर अपना गुस्सा जाहिर किया. बीमा (Insurance) कंपनी ने इनकार करने का कारण बताया कि चुंकि 150 सीसी से ज्यादा डिसप्लेसमेंट वाले इंजन से दुर्घटना हुई, बीमा की रकम नहीं दी जा सकती। “हम आपका ध्यान बीमा की शर्तों की तरफ आकर्षित करना चाहते हैं. आपका बीमा (Insurance) क्लेम निम्नलिखित आधार पर अस्वीकार किया गया है।.उसका अंश हम आपके संदर्भ के लिए दे रहे हैं।
आवेदन के साथ जमा किए गए दस्तावेजों के मुताबिक, बीमित व्यक्ति की मौत 19.04.2020 को सिर में चोट लगने के कारण हुई. बीमित व्यक्ति 346 सीसी की बाइक चला रहा था. पॉलिसी के नियम और शर्तों के मुताबिक 150 सीसी से ऊपर की मोटरसाइकिल या स्कूटर चलाते समय चोट आने पर जनरल एक्सक्सलूजन क्लॉज 8 के तहत बीमा का क्लेम नहीं दिया जाएगा.
भेजे गए पत्र की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है. ट्वीट में एचडीएफसी एग्रो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को टैग नहीं किया गया था. हालांकि बीमाकर्ता ने एचडीएफसी एग्रो के जवाब वाले ट्वीट पर प्रतिक्रिया स्वरूप अपना ट्वीट किया था.
ट्वीट की सत्यता कुछ भी हो, ये जरूर दिखाता है कि हमें बीमा लेते समय जागरूक रहने की जरूरत है. जो उत्साह हम नये वाहन को खरीदने में दिखाते हैं वो हम वाहन बीमा लेते वक्त नहीं दिखाते हैं.
आमतौर पर वाहन बीमा पॉलिसी दुर्घटना होने पर वाहन के मालिक और चालक को बीमा कवर करती है. मगर सहयात्री को इस कवरेज से बाहर रखा गया है। सहयात्री को कंप्रिहेन्सिव पॉलिसी में ऐड-ऑन के तहत बीमा कवर दिया जा सकता है. बाद में तकलीफ उठाने से बचने के लिए ग्राहक को हमेशा बीमा कंपनी के नियम और शर्तों को गंभीरता से पढ़ना चाहिए.
ये सही है कि बीमा कराने वालों को पॉलिसी के नियमों और शर्तों को समझे बिना पॉलिसी नहीं लेनी चाहिए मगर बीमा कंपनियां भी बीमा खरीदने वालों को शिक्षित और जागरूक करने की अपनी जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो सकतीं. एक पॉलिसी से दूसरी पॉलिसी में नियम और शर्तें अलग-अलग होती हैं.
1. शराब या नशीली दवाओं के प्रभाव में सवारी करने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को कवर नहीं करिया जाएगा। बीमाधारक की लापरवाही से होने वाले नुकसान की भी भरपाई नहीं की जाएगी.
2. बाइक में सामान्य टूट-फूट को किसी पॉलिसी में कवर नहीं किया जाता
3. बाइक में मौजूद अतिरिक्त इलेक्ट्रिकल और नॉन इलेक्ट्रिकल एक्सेसरीज
4. युद्ध, आक्रमण या आतंकी हमलों के कारण हुई क्षति कवरेज से बाहर होती है.
5. इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत मेकेनिकल या इलेक्ट्रिकल ब्रेकडाउन, खराबी को भी कवर नहीं किया जाता.